मलयालम फिल्म ‘जानकी vs स्टेट ऑफ केरल’ को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। केंद्रीय मंत्री और अभिनेता सुरेश गोपी की इस फिल्म को सेंसर बोर्ड (CBFC) ने निशाने पर लिया है। डायरेक्टर प्रवीण नारायणन ने बताया कि सेंसर बोर्ड की रिवाइजिंग कमेटी ने फिल्म का टाइटल और मुख्य किरदार ‘जानकी’ का नाम बदलने को कहा है।
विवाद की वजह यह है कि जानकी को हिंदू धर्म में देवी सीता का दूसरा नाम माना जाता है। फिल्म में जानकी (अनुपमा परमेश्वरन) को यौन उत्पीड़न का शिकार दिखाया गया है, जिस पर कुछ अधिकारियों ने आपत्ति जताई।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 18 जून को तिरुवनंतपुरम के रीजनल सेंसर ऑफिस ने फिल्म को यू/ए सर्टिफिकेट दे दिया था, लेकिन मुंबई मुख्यालय ने फाइनल रिपोर्ट देखकर रोक लगा दी। मेकर्स ने सेंसर बोर्ड की देरी को लेकर केरल हाई कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें आर्थिक नुकसान की बात कही गई है। एम्प्लॉयीज फेडरेशन ऑफ केरल ने भी सेंसर बोर्ड के रवैये की निंदा की है। सुरेश गोपी फिल्म में वकील की भूमिका में हैं।