रामनवमी के शुभ अवसर पर रविवार (6 अप्रैल 2025) को अयोध्या स्थित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में भगवान रामलला के माथे पर भगवान सूर्य ने ‘तिलक’ किया। राम नवमी के दिन दोपहर ठीक 12 बजे भगवान श्रीराम के विग्रह के माथे पर भगवान सूर्य की किरणें पड़ती हैं। इससे एक दिव्य तिलक बनता है, जो ‘सूर्य तिलक’ कहलाता है। इसके अलावा, जन्मभूमि मंदिर में उनका अभिषेक भी किया गया।
#WATCH | ‘Surya Tilak’ illuminates Ram Lalla’s forehead at the Ram Janmabhoomi Temple in Ayodhya, on the occasion of Ram Navami
— ANI (@ANI) April 6, 2025
'Surya Tilak' occurs exactly at 12 noon on Ram Navami when a beam of sunlight is precisely directed onto the forehead of the idol of Ram Lalla, forming… pic.twitter.com/gtI3Pbe2g1
इसके पहले शनिवार (5 अप्रैल 2025) को भगवान राम लला के माथे पर सूर्य तिलक लगाने का ट्रायल किया गया। यह ट्रायल ठीक 12:00 बजे किया गया, जो 90 सेकंड तक चला। ट्रायल के दौरान आईआईटी रुड़की और आईआईटी चेन्नई के विशेषज्ञ मौजूद रहे। यह ट्रायल सफल रहा था। इसके बाद रामनवमी को इसका प्रयोग किया गया।