जम्मू-कश्मीर में मंगलवार (3 जून 2025) को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और हिजबुल मुजाहिदीन से संबंध रखने के आरोप में तीन कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया। ये तीनों इस समय न्यायिक हिरासत में हैं।
बर्खास्त किए गए कर्मचारियों में कॉन्स्टेबल मलिक इश्फाक नज़ीर, स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षक एजाज अहमद और सरकारी मेडिकल कॉलेज, श्रीनगर में जूनियर असिस्टेंट वसीम अहमद खान शामिल हैं। वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, ये केवल आतंकी sympathizers नहीं थे, बल्कि सक्रिय रूप से हथियार तस्करी, सुरक्षा बलों पर हमले की साजिश और आतंकवादियों को रसद सहायता देने में शामिल थे।
2007 में भर्ती हुआ पुलिस कॉन्स्टेबल मलिक इश्फाक नज़ीर LeT को गुप्त रूप से सहायता देने का आरोपित है, जिसमें हथियारों, विस्फोटकों और नशीले पदार्थों की तस्करी शामिल है। शिक्षक एजाज अहमद को नवंबर 2023 में हथियारों और गोला-बारूद के साथ पकड़ा गया था, और वह हिजबुल मुजाहिदीन के लिए काम कर रहा था। वहीं, 2007 से कार्यरत वसीम अहमद खान 2018 में पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या में सह-साजिशकर्ता पाया गया।