आतंकी संगठन TRF (द रेजिस्टेंस फ़ोर्स) जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद अब पलट गया है। कहा जा रहा है कि भारत सरकार और भारतीय सेना ने जिस तरह से इस आतंकी हमले में 28 मौतों के बाद कडा रुख अपनाया है, उससे घबरा कर लश्कर-ए-तैय्यबा (LeT) के विंग TRF ने इस आतंकी घटना की जिम्मेदरी लेने से अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं।
TRF ने अपने बयान में अल्लाह का नाम लेते हुए कहा कि हम पहलगाम हमले में किसी भी प्रकार की हिस्सेदारी को नकारते हैं। आतंकी संगठन ने लिखा कि इस घटना से TRF को जोड़ना ग़लत और जल्दबाजी भरा है। बता दें कि पुलवामा हमले के बाद TRF के ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एक सन्देश पोस्ट करके इस हमले की जिम्मेदारी ली गई थी।
अब TRF कह रहा है कि उसके ‘इंटरनल ऑडिट’ में पता चला कि एक साइबर हमले करके ये मैसेज लिख दिया गया था। साथ ही उसने इसका आरोप भारत पर मढ़ते हुए कहा कि डिजिटल हथियारों का इस्तेमाल किया जा रहा है। TRF ने कहा कि भारत की साइबर एजेंसियाँ राजनीतिक लाभ के लिए ये सब कर रही हैं।
The situation is so bad that even TRF can’t stand by its own claims — it’s that bad. pic.twitter.com/shvxyKkVpO
— Nitish Rajput (@nitishrajpute) April 26, 2025
क्या PM मोदी की चेतावनी के बाद TRF ने डर के मारे अपना पल्ला छुड़ाने की कोशिश की है?