भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव में देशवासी हर तरीके से सहायता करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसी ही ललक उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की 8 साल की बच्ची मानवी सिंह में भी दिखी। जब मानवी ने कहा कि उसे खिलौने नहीं चाहिए। भारतीय सेना हमारे लिए जान देने को तैयार है। इसीलिए मानवी ने अपनी गुल्लकर तोड़कर सेना को पैसे डोनेट कर दिए।
बता दें कि गोरखपुर के बेतियाहाता में कमिश्नर आवास से महज 20 मीटर पहले रविंद्र भवन है। यहाँ रहने वाला परिवार राजनीतिक और सामाजिक कार्यों से जुड़ा रहता है। मानवी के पिता आदित्य प्रताप सिंह बताते हैं, “मेरी बेटी मानवी तीसरी कक्षा की छात्रा है। 8 मई 2025 को स्कूल से लौटी सेना और युद्ध की बातें कर रही थी। तभी अपने जमा किए पैसे देने की इच्छा जताई।”
मानवी पिछले दो साल से गुल्लक में पैसे इकट्ठे कर रही थी। लेकिन वक्त आने पर मानवी ने अपने देश के लिए इसे न्यौछावर करने की सोची। मानवी ने गुल्लक तोड़ी और उसमें से ₹25,549 नगद निकले। अगले ही दिन पिता की सहायता से मानवी ने ₹50,000 प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करा दिए। उसके इस निर्णय से पूरा परिवार मानवी पर गर्व महसूस कर रहा है।