उत्तराखंड के चमोली जिले में माणा गाँव के पास हुए हिमस्खलन में फंसे 55 मजदूरों में से 47 को बचा लिया गया है। शुक्रवार (28 फरवरी 2025) सुबह 5:30 से 6:00 बजे के बीच ये हादसा हुआ, जिसमें बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइजेशन (बीआरओ) के कैंप में काम करने वाले मजदूर 8 कंटेनरों और एक शेड के नीचे दब गए। शनिवार (1 मार्च 2025) सुबह तक 14 और मजदूरों को निकाला गया, लेकिन अभी भी 8 लोग फँसे हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बचाव दल में सेना की इबेक्स ब्रिगेड के 100 से ज्यादा जवान, डॉक्टर और 65 अन्य कर्मचारी लगे हैं। सात फीट बर्फ होने की वजह से काम मुश्किल है, पर कोशिशें तेज हैं। हादसे में फंसे मजदूर बिहार, उत्तर प्रदेश, हिमाचल, पंजाब और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों से हैं। चार मजदूरों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इस बीच, पीएम मोदी ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन बचाव अभियान के बारे में जानकारी ली है। बद्रीनाथ से 3 किलोमीटर दूर 3,200 मीटर की ऊँचाई पर स्थित माणा गाँव भारत-तिब्बत सीमा के पास है।