कर्नाटक के मंगलुरु में हाल ही में वक्फ अधिनियम के खिलाफ हुए एक बड़े विरोध प्रदर्शन के दौरान एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हुआ। वीडियो में कथित तौर पर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का वाहन प्रदर्शनकारियों को ले जाता दिख रहा है। यह घटना मंगलुरु के अड्यार कन्नूर इलाके की है, जहाँ शाह गार्डन मैदान में विरोध हो रहा था और प्रदर्शनकारियों ने NH-73 को अवैध रूप से अवरुद्ध कर रखा था।
Instead of detaining peacefuls who blocked NH-73 in Manguluru in defiance of court orders, Traffic ACP Najma Faruqui dropped them off in official police car with a beacon & siren !!
— Sameer (@BesuraTaansane) April 19, 2025
Welcome to CONg ruled Karnataka pic.twitter.com/BL2ui2pxa2
इस वीडियो को लेकर पुलिस की निष्पक्षता पर सवाल उठाए गए। आरोप लगे कि पुलिस वाहन का इस्तेमाल प्रदर्शनकारियों को समर्थन देने के लिए किया गया। लेकिन इन आरोपों को खारिज करते हुए मंगलुरु पुलिस आयुक्त अनुपम अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि वाहन का उपयोग किसी प्रदर्शनकारी को नहीं, बल्कि एक घायल 16 वर्षीय लड़के को अस्पताल पहुँचाने के लिए किया गया था।
Mangaluru :- After a video went viral showing ACP Najma Farooqi’s official vehicle dropping off Waqf protestors
— Akshay Akki ಅಕ್ಷಯ್🇮🇳 (@FollowAkshay1) April 19, 2025
Police issued a clarification claiming the car was used to rush an injured boy to the hospital. https://t.co/slvO12RrDq pic.twitter.com/Eujuqo3ukA
यह हादसा उस वक्त हुआ जब एक टेंपो ट्रैवलर ने किशोर को टक्कर मार दी। पुलिस ने बाद में टेंपो चालक को हिरासत में लिया और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया। वहीं, NH को अवरुद्ध करने और आपात सेवाओं में बाधा पहुँचाने के लिए कई प्रदर्शनकारियों पर BNS की धाराओं के तहत केस दर्ज किए गए हैं।