दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंदर गुप्ता ने उन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने फ्लैग स्टाफ रोड स्थित अपने आवास को अवैध तरीके से बड़ा और आलीशान महल में तब्दील किया है।
विजेंदर गुप्ता के मुताबिक, केजरीवाल के इस बंगले में 8 एकड़ (करीब 35,000 गज) का क्षेत्रफल शामिल है, जो पहले 10,000 गज में था। इस विस्तार के लिए 6 फ्लैग स्टाफ रोड के पास स्थित 8 सरकारी फ्लैटों और दो बंगलों को तोड़ दिया गया।
बीजेपी के विधायक विजेंदर गुप्ता ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने भवन नियमों का उल्लंघन किया है। न तो अधिकतम ग्राउंड कवरेज का पालन किया गया, न ही FAR (फ्लोर एरिया रेशियो) की सीमा का। प्रशासन ने उनके आदेशों पर सरेंडर कर दिया और नियमों की धज्जियाँ उड़ाई गईं। यह दिल्ली की जनता के साथ धोखा है और ईमानदार होने का दावा करने वाली पार्टी धोखाधड़ी कर रही है।”
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आवास शीशमहल 6, फ्लैग स्टाफ रोड जिसमें अवैध तरीके से निर्माण किया गया है, शीशमहल मूल रूप से 10000 गज में था और जिसमें 6, फ्लैग स्टाफ रोड से सटे 45 और 47 राजपुर रोड स्थित 8 टाइप-V के फ्लैट तोड़कर व 8-A और 8-B के दो बंगलो को मिलाकर शीशमहल को लगभग… pic.twitter.com/KXs3948iQL
— Vijender Gupta (@Gupta_vijender) October 14, 2024
इस मुद्दे पर विवाद तब और बढ़ा जब पीडब्ल्यूडी ने केजरीवाल के बंगले को सील कर दिया और इसे खाली करने के आदेश जारी किए। आरोपों के बीच केजरीवाल और उनकी पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।