बिहार में सत्ताधारी गठबंधन दलों भाजपा और जदयू के बीच की तल्खी एक बार फिर से सतह पर आ गई और इसका कारण है बिहार में भाजपा नेता द्वारा दिया गया बयान। भाजपा नेता सच्चिदानंद राय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीयत पर शक जताने की बात कही है। उन्होंने नीतीश कुमार के हालिया बयानों का ज़िक्र करते हुए कहा कि उनकी नीयत पर शक होता है। मुख्यमंत्री पर बड़ा आरोप लगाते हुए विधान पार्षद राय ने कहा:
“मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विवादित बयान देने के लिए अपने नेताओं को खुली छूट दे रखी है। सीएम ने ख़ुद ही लोकसभा चुनाव के दौरान अपना मतदान करने के बाद विवादित बयान दिया था। उस वक़्त उन्हें ये कहने की क्या ज़रूरत थी कि जदयू अनुच्छेद 35A और 370 हटाने के मामले में भाजपा का समर्थन नहीं करती? भाजपा के नेता संयमित भाषा का इस्तेमाल करते हैं जबकि जदयू में बलियावी जैसे नेता जिस तरह का बयान देते हैं, उससे तो लगता है कि ऐसे नेताओं के सिर पर शीर्ष नेताओं का हाथ रहता है। तभी तो वो ऐसे बयान देते हैं। ऐसे में अगर गठबंधन टूटता है तो इससे घाटा जदयू को ही होगा।”
विधान पार्षद सच्चिदानन्द राय ने आईआईटी खड़गपुर से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की थी। उसके बाद उन्होंने व्यवसाय में हाथ आजमाया और फिर विधान पार्षद बने। भाजपा नेता के इस बयान पर वरिष्ठ जदयू नेता के सी त्यागी ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने भाजपा से राय पर कड़ी कार्रवाई करने की माँग की है। जदयू नेता ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा को ऐसे नेताओं को नोटिस जारी करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस तरह के बयानों से गठबंधन पर ख़राब असर पड़ता है और इसमें दोनों दलों का नुक़सान है। त्यागी ने कहा कि नीतीश एक बड़ा चेहरा हैं और उनके बारे में कोई इस तरह बोले, यह ठीक नहीं है। त्यागी ने दावा किया कि ख़ुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोजपा सुप्रीमों रामविलास पासवान भी नीतीश को बड़ा नेता मानते हैं, इसीलिए ऐसी बयानबाज़ी पर कार्रवाई होनी चाहिए। बिहार में भाजपा एवं जदयू के नेताओं के बीच बयानबाज़ी का दौर हालिया समय में काफ़ी बढ़ गया है।
#बिहार– सच्चिदानंद राय Vs JDU प्रवक्ताओं और MLC को बताया बुल डॉग. pic.twitter.com/JvtOKh6PhO
— Zee Bihar Jharkhand (@ZeeBiharNews) June 24, 2019
हाल ही में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश-रामविलास पर चुटकी लेते हुए उनके इफ़्तार पर तंज कसा था। मुस्लिम टोपी पहन कर इफ़्तार कर रहे नेताओं के बारे में गिरिराज ने कहा था कि कितना अच्छा होता, अगर ये लोग दीवाली और होली भी ऐसे ही मनाते।