राजस्थान के टोंक में भड़काऊ पोस्ट शेयर करने के आरोप में कॉन्ग्रेस पदाधिकारी के गिरफ्तार होने के बाद अब महाराष्ट्र के एक कॉन्ग्रेस नेता को भी पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार किया है। अधिकारी की पहचान श्रवण राव के रूप में हुई है। श्रवण पर हरियाणा में शराब तस्करी का आरोप लगा है। भाजपा नेता संबित पात्रा ने इसकी जानकारी अपने ट्विटर पर दी है।
संबित पात्रा ने ट्वीट कर श्रवण की गिरफ्तारी के बारे में बताते हुए लिखा कि एक ओर भाजपा, RSS और स्वयं सेवी संगठन जरूरतमंदो के लिए कार्यरत हैं, वहीं दूसरी ओर कॉन्ग्रेस के नेशनल सेक्रेट्री (इंचार्ज महाराष्ट्र) और आपदा प्रबंधन के अध्यक्ष श्रवण राव को कल हरियाणा से दिल्ली जाते वक्त शराब तस्करी में गिरफ़्तार किया गया। उनकी गाड़ी पर essential सर्विस (कोरोना महामारी को देखते हुए आवश्यक वस्तुओं या सेवाकार्य में लगे लोगों के लिए) का पास भी लगा हुआ है।
एक और भाजपा,RSS और स्वयं सेवी संगठन जरूरतमंदो के लिए कार्यरत है वहीं,@INCIndia के National Secretay,Incharge Maharastra और Disaster Managment के अध्यक्ष श्री श्रावण राव को कल हरियाणा से दिल्ली शराब तस्करी में गिरफ़्तार किया गया।
— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 21, 2020
उनके car पर essential service का पास भी लगा हुआ था। pic.twitter.com/3CtiZdOrYx
संबित पात्रा ने अपने ट्वीट पर इस जानकारी के साथ एफआईआर की कॉपी भी शेयर की। जिसमें इस बात का उल्लेख था कि सब इंस्पेक्टर को एक मुखबिर ने बताया कि करीब 9 बजकर 10 मिनट के करीब एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो गुड़गाँव की तरफ से दिल्ली की तरफ जाएगी। मुखबिर ने पुलिस को बताया कि इस स्कॉर्पियो में दो लड़के बैठे हैं, जो हरियाणा से सस्ती और अवैध शराब लाकर दिल्ली में बेचते हैं। ये लड़के आज भी शराब लेकर जाएँगे, अगर ऐसे में पहले से रेडी रहा जाए तो इन्हें पकड़ा जा सकता है।
सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर तैनात रही। थोड़ी देर में उन्होंने उसी नंबर वाली गाड़ी को सामने से आते देखा। मुखबीर ने भी इशारा करके बता दिया कि इसी गाड़ी में शराब है। जिसके बाद उन्होंने गाड़ी को रुकवाया। गाड़ी से दो युवक निकले। एक रामगाड़ू श्रवण और दूसरा बस्वराज शिल्ले। जब पुलिस ने गाड़ी की तलाशी ली तो इनकी गाड़ी से 12 बोतल शराब मिली। इसके बाद इन दोनों को गिरफ्त में लेकर गाड़ी में मिली अवैध शराब को और गाड़ी को जब्त किया गया।
गौरतलब है कि संबित पात्रा सहित सोशल मीडिया पर भी कई लोगों का कहना है कि एक ओर जहाँ आरएसएस इस महामारी के बीच जरूरतमंद लोगों की सेवा में जुटी हुई है। वहीं कॉन्ग्रेस के लोग शराब तस्करी जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
बता दें कि ये पहला मामला नहीं है, जब कानून के उल्लंघन के आरोप में किसी कॉन्ग्रेस नेता या अधिकारी को गिरफ्तार किया गया हो। इससे पहले राजस्थान के टोंक में पुलिसकर्मियों पर हमले वाली घटना पर सफाई देने और आरएसएस पर हमले को वाजिब ठहराने के आरोप में पुलिस ने कॉन्ग्रेस पदाधिकारी को गिरफ्तार किया था। जिसका कहना था कि अगर स्थानीयों को मालूम होता कि वाकई वे लोग (पुलिसकर्मी) बजरंग दल या आरएसएस के नहीं हैं, तो उन पर हमला कभी नहीं होता। रायपुर में भी शराब तस्करी को लेकर एक कॉन्ग्रेस नेता पकड़े गए।