राजधानी नई दिल्ली स्थित रामलीला मैदान में रविवार (31 मार्च, 2024) को I.N.D.I. गठबंधन की रैली हुई। शराब घोटाले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ़्तारी के खिलाफ ये रैली बुलाई गई थी। जहाँ सोशल मीडिया पर रैली में बड़ी भीड़ होने के बड़े-बड़े दावे किए गए, वास्तविकता कुछ और ही नज़र आ रही है। रैली को लेकर जनता में उत्साह नज़र नहीं आया। उलटे विपक्षी गठबंधन के नेताओं के बीच ही खटास देखने को मिली। I.N.D.I. गठबंधन की कलह बाहर आ गई।
एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक बुजुर्ग महिला से पूछा कि वो कहाँ से आई हैं? महिला ने जवाब दिया कि वो शास्त्री नगर से आई हैं। काशी नाम की उक्त महिला को सिर्फ इतना पता था कि वो कॉन्ग्रेस की रैली में आई हैं, मुद्दों को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। महिला ने बताया कि उनलोगों को लेकर आया गया है, खाने-पीने की चीजें देने की बात कर कर उन्हें लाया गया है। हालाँकि, जब महिला से पूछा गया कि क्या उन्हें पैसे देने का भी वादा किया गया है तो उन्होंने चुप्पी साध ली।
रिपोर्टर- अपनी मर्जी से आये हैं?
— Ankur Singh (Modi Ka Parivar) (@iAnkurSingh) March 31, 2024
महिला- नहीं, कोई लेके आया है
रिपोर्टर- किस बात पर लेके आए?
महिला- खाना-पीना देंगे
रिपोर्टर- पैसे भी देने वाले हैं?
महिला- 😷
रिपोर्टर- क्यों प्रदर्शन कर रहे?
महिला- कुछ पता नहीं pic.twitter.com/Oaa5D2uBOa
महिला को इसका कोई पता नहीं था कि ये विरोध प्रदर्शन क्यों हो रहा है। इसी तरह सोनिया विहार से आए लड़के राज वर्मा का वीडियो भी सामने आया है। पत्रकार द्वारा पूछे जाने पर उक्त लड़के ने बताया कि उन्हें कहा गया था कि उन्हें यहाँ आना है और थोड़ा समय व्यतीत करता है। उन्होंने बताया कि शायद पैसे वगैरह मिलेंगे। उन्होंने इसे एक इवेंट बताते हुए कहा कि इस रैली में उन्हें सिर्फ भीड़ का हिस्सा बनना है। उन्होंने बताया कि 300 रुपए मिल सकते हैं।
300 रुपये दे कर लोगों को INDI गठबंधन की सभा में बुलाया गया। ये सब भ्रष्टाचार का पैसा है, जो चुनाव में लुटाया जा रहा है। pic.twitter.com/ijsASDAWYk
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) March 31, 2024
बता दें कि इस रैली में पोडियम के पास अरविंद केजरीवाल का एक पोस्टर टंगा था, लेकिन ये पोस्टर कॉन्ग्रेस की आँखों में चुभ गया। कॉन्ग्रेसी नेताओं ने ऑब्जेक्शन किया, उस पोस्टर को हटाया गया, तब जाकर कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता मंच पर पहुँचे। इसी तरह TMC के डेरेक ओब्रायन और CPI(M) के सीताराम येचुरी को रैली में मंच पर साथ-साथ बिठाया गया था। हालाँकि, डेरेक ओब्रायन ने अपनी कुर्सी बदल ली और अलग बैठ गए। पश्चिम बंगाल में दोनों दल आपस में लड़ते रहते हैं।