उत्तर प्रदेश के हाथरस केस में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जा रही है। आज (सितंबर 4, 2020) सुबह सबसे पहले एसआईटी की टीम मृतका के घर फिर से पहुँची। पिता के बयान दर्ज किए। मृतका के परिजनों से मिलने के लिए नेताओं का आना जारी है। पूर्व कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गाँधी शनिवार (सितंबर 3, 2020) को मृतका के परिवार से मिलने के लिए बुलगढ़ी गाँव पहुँचे थे।
रविवार को समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के नेता पहुँचे। इस दौरान समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल कार्यकर्ताओं का पुलिस के साथ टकराव हो गया। बताया जा रहा है कि नारेबाजी कर रहे सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठियाँ भाँजी।
They broke the barricadding & pelted stones. One of our COs has been injured. To disperse the crowd we had to use minor force. Situation is under control: #Hathras Sadar SDM Prem Prakash Meena https://t.co/Se7XOvY9xA
— ANI UP (@ANINewsUP) October 4, 2020
हाथरस सदर के एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा ने लाठीचार्ज के बारे में बताते हुए कहा, “गाँव में अभी 5 से अधिक लोगों के प्रतिनिधिमंडल को जाने की इजाजत नहीं है। हमें समाजवादी पार्टी और RLD के 5 लोगों के नाम मिले थे। हमने उन्हें जाने की इजाजत दे दी। तभी उनके कार्यकर्ताओं ने महिला पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया और बैरिकेडिंग तोड़ डाली। पत्थरबाजी भी की गई। हमारे एक CO घायल हुए हैं। भीड़ को नियंत्रण में लेने के लिए हमें लाठीचार्ज करना पड़ा। अभी हालात सामान्य हैं।”
बताया जा रहा है कि काफी संख्या में पहुँचे कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया और बैरिकेडिंग तोड़ दी। इसके बाद पुलिस ने दौड़ाकर लाठियाँ भाँजनी शुरू कर दी। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी ने भारी हंगामे के बीच पीड़ित परिजन से मुलाकात की।
रविवार दोपहर को समाजवादी पार्टी के नेता धर्मेंद्र यादव, अक्षय यादव, सपा विधायक संजय लठार और जयवीर ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की। मामले में पुलिस और प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ सपा कार्यकर्ताओं ने इस दौरान यूपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए बल का प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया।
गौरतलब है कि इससे पहले हाथरस मामले पर विवादित बयान देते हुए कॉन्ग्रेस नेता निजाम मलिक ने कहा था कि जो व्यक्ति आरोपितों का सिर कलम करेगा, उसे उनका समुदाय 1 करोड़ रुपए का इनाम देगा। इस बयान के चर्चा में आने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर कॉन्ग्रेस नेता को गिरफ्तार कर लिया।
बयान देते हुए निजाम मलिक ने कहा था, “जिन दरिंदों ने बलात्कार किया है, मैं अपने समाज और खुद की तरफ से माँग करता हूँ कि उन्हें फाँसी की सज़ा होनी चाहिए। जो लोग उन अपराधियों का सिर काट कर लाएँगे उन्हें हमारा समाज 1 करोड़ रुपए का इनाम देगा।”