महाराष्ट्र में सरकार गठन पर पेंच अभी तक बरकरार है। मुख्यमंत्री पद को लेकर एनसीपी और शिवसेना में बात अटकी हुई है। एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने सरकार पर ‘अभी कुछ भी बताने लायक नहीं’ कह कर सस्पेंस और बढ़ा दिया है। हालाँकि, कॉन्ग्रेस ने शिवसेना के साथ सरकार गठन के लिए आगे बढ़ने को लेकर सहमति प्रदान कर दी है। लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी तक शिवसेना और एनसीपी में बात नहीं बन पाई है।
इस बीच शिवसेना के एकमात्र मुस्लिम विधायक अब्दुल सत्तार ने धमकी और चेतावनी देते हुए कहा, “कोई भी अगर शिवसेना के विधायक को फोड़ने की कोशिश करेगा तो हम उनका सिर फोड़ देंगे। इसके साथ-साथ उसका हाथ-पाँव भी तोड़ देंगे। लेकिन दवाखाने के लिए भी शिवसेना इंतजाम करेगी और उनके लिए एंबुलेंस भी तैयार रहेगी।”
#WATCH Abdul Sattar, Shiv Sena MLA: Koi bhi agar Shiv Sena ke MLA ko phorne ki koshish karega toh hum unka sar phorh denge, uske sath uska paon bhi torh denge, lekin dawakhane ka bhi intezam Shiv Sena karegi. Unke liye ambulance bhi tayar rahegi. pic.twitter.com/fno4KFXWpx
— ANI (@ANI) November 21, 2019
वहीं एक इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि ये चेतावनी है या फिर धमकी, तो उन्होंने कहा कि ये चेतावनी भी है और धमकी भी, क्योंकि शिवसेना के विधायकों को अगर कोई फोड़ना चाहता हो तो उसको चेतावनी देना शिवसेना का स्टाइल है। और शिवसेना सिर्फ चेतावनी नहीं देती है, वक्त आने पर शिवसेना ये सारी चीजे करने में कहीं पर कम नहीं पड़ती है।
इससे पहले आज कॉन्ग्रेस कार्यकारिणी की बैठक हुई, जिसमें शिवसेना के साथ महाराष्ट्र में गठबंधन के मुद्दे पर चर्चा की गई। बताया जा रहा है कि सीडब्ल्यूसी ने शिवसेना संग गठबंधन को हरी झंडी दे दी है। कार्यकारिणी की बैठक के बाद कॉन्ग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि उन्होंने सीडब्ल्यूसी को महाराष्ट्र की हालिया राजनीतिक स्थिति से अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि एनसीपी से फिलहाल बात चल रही है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भी बीजेपी पर हमला बोला था। राउत ने ट्वीट करते हुए कहा था, “हम बुरे ही ठीक हैं, जब अच्छे थे तब कौन सा मेडल मिल गया था।”
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 21, 2019
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 22, 2019
इसके अलावा एक अन्य ट्वीट में संजय राउत ने लिखा, “कभी-कभी कुछ रिश्तों से बाहर आ जाना ही अच्छा होता है। अहंकार के लिए नहीं… स्वाभिमान के लिए।”