नूँह कॉन्ग्रेस MLA आफताब अहमद हैं निकिता के हत्यारे तौसीफ के चाचा, कहा- हमें नहीं थी हथियार की जानकारी

निकिता तोमर की हत्या में सामने आया कॉन्ग्रेस कनेक्शन

हरियाणा के बल्लभगढ़ में दिन दहाड़े हिंदू लड़की निकिता तोमर (Nikita Tomar) पर गोली चलाने वाले तौसीफ (Tauseef) को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल, तौसीफ का पारिवारिक कनेक्शन कॉन्ग्रेस से जुड़ा है। 

समाचार चैनल ‘न्यूज 18’ की मानें तो कॉन्ग्रेस के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री खुर्शीद अहमद निकिता के हत्यारे के चचेरे दादा लगते हैं। इसी तरह वर्तमान में मेवात के नूँह से कॉन्ग्रेस विधायक आफताब अहमद आरोपित तौसीफ के चाचा हैं।

वहीं, मृतका के भाई ने भी मीडिया को दिए इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया है कि तौसीफ को बचाने के लिए लगातार पॉलिटिकल प्रेशर बनाया जा रहा है। निकिता के भाई ने अपने बयान में कॉन्ग्रेस नेता आफताब अहमद का भी नाम लिया है।

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गौरतलब है कि कुछ समय पहले तक तौसीफ के पॉलिटिकल कनेक्शन की बातें सिर्फ़ स्थानीय रिपोर्ट्स से सामने आ रही थी। लेकिन अब इस बात की लगभग हर जगह चर्चा है कि हाथरस केस में हाय तौबा मचा देने वाली कॉन्ग्रेस इस केस में अभी तक क्यों चुप हैं। आखिर क्यों न मेवात में कॉन्ग्रेस नेताओं ने कुछ बोला है और न ही पूरी हरियाणा की कॉन्ग्रेस ने?

बता दें कि अभी तक तौसीफ और उसके साथी की गिरफ्तारी हो चुकी है। केस में एसआईटी गठन के आदेश दे दिए गए हैं। परिवार लगातार सड़क पर बैठ कर प्रदर्शन कर रहा है। उनकी माँग है कि केस को फास्टट्रैक में सुना जाए।

तौसीफ के चाचा जावेद अहमद का बयान

उधर आफताब अहमद के भाई जावेद आहमद ने एबीपी को इंटरव्यू दिया है। इस साक्षात्कार में उन्होंने निकिता की हत्या पर अपनी संवेदना व्यक्त करने की बात की और कहा है कि वह निकिता के घरवालों के साथ खड़े हैं। वहीं, तौसीफ के पास हथियार होने की जानकारी होने की बात को जावेद ने बिलकुल नकारा है।

जावेद के बारे में बता दें कि वह तौसीफ के रिश्ते में चाचा लगते हैं और सोहना क्षेत्र में बसपा की ओर से विधायक का चुनाव भी लड़ चुके हैं। जावेद ने इस केस को किसी भी प्रकार से प्रभावित करने की बात को नकारा है। इतना ही नहीं, इस बातचीत में जावेद ने लव जिहाद के आरोपों पर पहले लड़की के परिजनों को ओछी मानसिकता वाला बताया। फिर इस बात से मुकर गए और कहा कि वो उन लोगों को बोल रहे हैं जो आज इस मौके पर राजनीति कर रहे हैं।

जावेद ने यह भी बताने की कोशिश की है कि उन्हें इस सबके संबंध में कुछ नहीं पता था जबकि लड़की के परिजनों का कहना है कि तौसीफ साल 2018 में भी निकिता का अपहरण कर चुका था, उस समय जब लड़की के घरवाले उसे छुड़ाने गए तो भी उन्हें आश्वासन दिया गया कि उनका लड़का दोबारा उनकी लड़की को परेशाान नहीं करेगा, वे लोग अपनी बेटी ले जाएँ और पढ़ाएँ।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया