कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी ने एक चुनावी रैली में कहा है कि पीएम मोदी आजकल नर्वस हो गए हैं और वह अगले कुछ दिनों में मंच पर आँसू बहा सकते हैं। कॉन्ग्रेस नेता ने यह बयान कर्नाटक के बीजापुर में दिया, इससे पहले राहुल गाँधी ने कहा था कि पीएम मोदी डर से काँप रहे हैं।
कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी बीते कुछ दिनों से लगातार सम्पत्ति के दोबारा बँटवारे, जातिगत जनगणना और लोगों की सम्पत्ति के सर्वे के मुद्दे को उठा रहे हैं। सम्पत्ति के दोबारा बँटवारे के लिए वह देश के लोगों की सम्पत्ति के एक्सरे की बात भी कह चुके हैं। अब उन्होंने पीएम मोदी पर हमले चालू किए हैं।
राहुल गाँधी ने बीजापुर में वादा किया कि जब कोई परिवार सोकर उठेगा तो उसे अपने खाते में ₹10,500 मिलेंगे। जब तक वह गरीबी से नहीं निकलेगा तब तक खटाखट खटाखट ₹8500 दिए जाएँगे। उन्होंने कहा कि युवाओं को महीने के ₹8500 टकाटक मिलेंगे।
राहुल गाँधी ने कर्नाटक में अपनी चुनाव रणनीति में परिवर्तन किया। यहाँ उन्होंने सम्पत्ति के सर्वे की कोई बात नहीं की ना ही उसे दोबारा बाँटने को लेकर जोर डाला। बीजापुर में राहुल कॉन्ग्रेस की चुनावी गारंटियों पर बात करते रहे।
इससे पहले 7 अप्रैल को राहुल गाँधी ने एक रैली में देश के लोगों की सम्पति के सर्वे की बात कही थी। उन्होंने सम्पत्ति के दोबारा बंटवारे को लेकर बात की थी। यह बड़ा चुनावी मुद्दा बन गया है। पीएम मोदी इसको लेकर कॉन्ग्रेस पर हमलावर हैं।
पीएम मोदी ने सम्पत्ति के सर्वे और उसको दोबारा बाँटने पर कहा था कि कॉन्ग्रेस महिलाओं का मंगलसूत्र छीन कर उनको बाँटना चाहती है जिनके अधिक बच्चे है और जो घुसपैठिये हैं। पीएम मोदी ने इशारा किया था कि कॉन्ग्रेस संसाधनों पर मुस्लिमों का पहला हक़ बताती है, इसीलिए उन्हें सम्पत्ति बांटेंगी।
इसके बाद कॉन्ग्रेस नेता सैम पित्रोदा के एक और बयान ने इस मामले में कॉन्ग्रेस को कठघरे में खड़ा कर दिया था। सैम पित्रोदा ने आईडिया दिया था कि अमेरिका की तरह भारत में मृत्यु के बाद किसी की पूरी सम्पत्ति उसके बच्चों को ना मिले बल्कि उसका 55% सरकार ले ले। इसको लेकर भी पीएम मोदी ने हमला बोला था।
पीएम मोदी ने कहा था कि कॉन्ग्रेस जीते जी लोगों को टैक्स से और मरने के बाद विरासत टैक्स से मारेगी। पीएम मोदी ने इसे कॉन्ग्रेस की लूट करार दिया था जो कि जिन्दगी के साथ भी और जिन्दगी के बाद भी चलती रहेगी। इन सबके बाद राहुल गाँधी का सम्पत्ति के दोबारा बँटवारे से पीछे हटने का रुख भी सामने आया था।
जहाँ एक ओर राहुल गाँधी पीएम मोदी नर्वस बता रहे हैं तो वही दूसरी तरफ वह पीएम मोदी का चुनावी मुकाबला नहीं कर पा रहे। जहाँ उन्होंने बीते 7 दिनों में मात्र 9 चुनावी जनसभाएँ की हैं। इनमें भी एक दिल्ली में ही थी जो कि सामाजिक न्याय सम्मेलन के नाम से आयोजित की गई थी। इसके उलट प्रधानमंत्री मोदी लगातार रैलियां और रोड शो कर रहे हैं। पीएम मोदी ने पिछले 7 दिनों में 25 से अधिक जनसभाएँ और रोड शो किए हैं। वह एक दिन में औसतन 3-4 रैली-रोडशो कर रहे हैं।