‘हिन्दुओं में हर महिला को वेश्या मानते हैं’ – कॉन्ग्रेसी समर्थक सांसद ने पेरियार TV पर कही बात, वीडियो वायरल

पेरियार की मूर्ती के साथ वीसीके प्रमुख थोल थिरुमावलवन (चित्र साभार: न्यूज़ 18)

तमिलनाडु में कथित दलितों के राजनीतिक दल कहे जाने वाले विदुथलाई चिरुथाइगल काची (VCK) के प्रमुख थोल थिरुमावलवन ने एक पेरियारवादी समूह द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन सेमिनार में हिंदू धर्म ग्रंथ मनुस्मृति का हवाला देते हुए कहा कि हिन्दू धर्म में, खासकर ब्राह्मणों में महिलाओं को सेक्स वर्कर्स (Sex workers) यानी वेश्या माना जाता है। साथ ही, VCK प्रमुख ने कहा कि हिन्दू धर्म में महिलाओं का स्थान पुरुषों से नीचे रखा गया है।

गत 26 सितम्बर को ‘पेरियार टीवी’ (Periyar TV) नाम के इस यूट्यूब चैनल से बात करते हुए, थिरुमावलवन ने सनातन धर्म और हिंदू मान्यताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हिंदू धर्म में महिलाओं को सेक्स वर्कर माना जाता है। गौरतलब है कि थोल थिरुमावलवन, तमिलनाडु की राजनीतिक पार्टी विदुथलाई चिरुथाइगल काची (वीसीके) के अध्यक्ष हैं और राज्य की चिदंबरम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के सांसद भी।

‘पेरियार टीवी’ नामक यूट्यूब चैनल द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन सेमिनार में गेस्ट के रूप में, VCK चीफ थिरुमावलवन ने पेरियार के बारे में बोलते हुए कहा कि किस प्रकार उसने हिंदू धर्मग्रंथों द्वारा सिखाई गई ब्राह्मणवादी विचारधाराओं को तोड़ने में मदद की। उसने अपने सम्बोधन में कहा कि सनातन धर्म और मनुस्मृति में कहा गया है कि सदियों पुरानी हिंदू प्रथाओं ने महिलाओं को वेश्या माना गया है।

थोल थिरुमावलवन ने वीडियो में कहा, “अगर कोई यह देखेगा कि महिलाओं को सनातन धर्म में क्या माना गया है.. उनके साथ कैसा व्यवहार किया जाता है, कैसे उन्हें प्राचीन समय से ही दबाया जा रहा है, कैसे उनका शोषण किया जा रहा है… सनातन धर्म महिलाओं के बारे में क्या कहता है?”

पेरियार टीवी पर थिरुमावलवन ने कहा, “भगवान ने उन्हें ऐसा बनाया है। उन्हें तुलना में पुरुषों से कमतर बताया जाता है। यह ब्राह्मण महिलाओं के साथ-साथ अन्य जातियों की महिलाओं पर भी लागू होता है। यह सनातन धर्म कहता है।”

यह वीडियो बृहस्पतिवार (अक्टूबर 22, 2020) को सोशल मीडिया पर वायरल होते देखा गया। लोगों का कहना है कि उसने न ही शास्त्रों को समझा, और उसने महिलाओं को अपमानित भी किया है। यह वीडियो लोगों द्वारा कई बार शेयर और रीट्वीट किया जा चुका है और #थिरुमावलवनचोर भी ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है। लोगों का कहना है कि इसने अतीत में भी हिन्दू मंदिरों को भद्दा बताते हुए राम मंदिर निर्माण का भी विरोध किया था।

https://twitter.com/FervidIndian/status/1319569114470387713?ref_src=twsrc%5Etfw

तमिलनाडु बीजेपी के आईटी हेड सीटी निर्मल कुमार ने ट्विटर पर वायरल हुए वीडियो को साझा करते हुए कहा कि ये ऐसे उदाहरण हैं जहाँ वीसीके प्रमुख ने हिंदुओं अपमानित कर उनकी भावनाओं को आहत किया है। उन्होंने कहा है कि तमिलनाडु के किसी भी चैनल ने इसे नहीं दिखाया।

https://twitter.com/CTR_Nirmalkumar/status/1319108178739482624?ref_src=twsrc%5Etfw

हालाँकि, विवाद बढ़ता देख थिरुमावलवन और उसके समर्थकों ने कहा कि वीडियो को पूरी तरह से देखा जाना चाहिए और इसका मतलब वह नहीं था जिसके लिए कि कई हिंदूवादी संगठनों द्वारा थिरुमावलवन का बहिष्कार किया जा रहा है।

2019 के आम चुनाव में ‘मोदी लहर’ भगाने के लिए VCK, DMK और कॉन्ग्रेस हुए थे एकजुट

उल्लेखनीय है कि 2019 के लोकसभा चुनावों में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) व विदुथलाई चिरुथाइगल काँची (VCK) के साथ लोकसभा चुनाव के लिए समझौता हुआ था जिसके अनुसार, भाकपा व वीसीके को दो-दो सीटें मिलनी तय हुईं थीं।

भाकपा तमिलनाडु के राज्य सचिव आर मुथरासन ने कहा था कि माकपा, DMK को उपचुनावों में समर्थन देगी, जो कि तमिलनाडु की खाली 21 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में कराए जाएँगे। तब DMK ने कॉन्ग्रेस, भाकपा, VCK, आईयूएमएल व केडीएमके जैसे वाम दलों के साथ चुनावी गठबंधन के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। तब इसी VCK प्रमुख थोल थिरुमावलवन ने इस गठबंधन को मोदी लहर के खिलाफ ‘पवित्र समझौता’ बताया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया