‘उन्हें सिर्फ बच्चे पैदा करना चाहिए’: तालिबान का ‘महिला मंत्रालय’, जहाँ महिलाओं के ही घुसने पर होगा बैन

तालिबान ने महिला कर्मचारियों के महिला मंत्रालय में प्रवेश पर लगाया प्रतिबंध (प्रतीकात्मक तस्वीर)

अफगानिस्तान में केयरटेकर सरकार बनाने के बाद तालिबान का एक और तानाशाही रवैया सामने आया है। अफगानिस्तान में नई सरकार बनाने के बाद अब तालिबान ने महिला मामलों के मंत्रालय में महिलाओं की एंट्री पर रोक लगा दिया है। मंत्रालय के एक कर्मचारी ने कहा महिला मामलों के मंत्रालय वाले इमारत में केवल पुरुषों को जाने की इजाजत है। 

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक कर्मचारी ने बताया कि चार महिलाओं को इमारत में प्रवेश करने की अनुमति नहीं मिली। बताया जा रहा है कि महिलाओं ने अब कार्यवाहक तालिबान सरकार के फैसले के खिलाफ मंत्रालय के पास विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई है।

हालाँकि, पिछले महीने काबुल पर कब्जा जमाने के बाद पहली बार मीडिया से बात करते हुए तालिबान ने आश्वासन दिया था कि समूह इस्लाम के आधार पर महिलाओं को उनके अधिकार प्रदान करेगा। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि तालिबान इस्लाम के आधार पर महिलाओं को उनके अधिकार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएँ स्वास्थ्य क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों में काम कर सकती हैं, जहाँ उनकी जरूरत है। महिलाओं के खिलाफ कोई भेदभाव नहीं होगा।

मगर पिछले ही दिनों स्थानीय मीडिया टोलो न्यूज ने तालिबान प्रवक्ता के हवाले से दावा किया कि किसी भी महिला को वहाँ पर मंत्री नहीं बनाया जाएगा। उन्हें सिर्फ बच्चे पैदा करना चाहिए। स्थानीय मीडिया टोलो न्यूज ने तालिबान के प्रवक्ता के हवाले से ट्वीट कर कहा, “एक महिला मंत्री नहीं हो सकती, यह ऐसा है जैसे आप उसके गले में कुछ डालते हैं जिसे वह सँभाल नहीं सकती। एक महिला के लिए कैबिनेट में होना जरूरी नहीं है, उन्हें बच्चे पैदा करना चाहिए। महिला प्रदर्शनकारी पूरे अफगानिस्तान का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं।”

गौरतलब है कि अफगानिस्तान में तालिबानियों का खौफ दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। तालिबान के इस्लामी कट्टरपंथी क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए निर्दोष लोगों को भी मार रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान ने पिछले दिनों एक 21 वर्षीय लड़की की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी, क्योंकि उसने टाइट कपड़े पहने थे और उसके साथ कोई पुरुष रिश्तेदार नहीं था।

खबरें आ रही हैं कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद से तालिबानी आतंकी बेगुनाह लोगों को जबरन घरों से बाहर निकालकर मार रहे हैं। उन्होंने जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है, वहाँ शरियत कानून लागू करते हुए महिलाओं के अकेले घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया है।

हाल ही में तालिबानी बर्बरता का एक वीडियो सामने आया था। जिसमें तालिबानी अफगान महिला पर कोड़े बरसा रहे थे और वह दर्द से चीख रही थी। महिला गाड़ी के पीछे छिपी हुई थी। अभी तक ऐसे कई वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए जा चुके हैं जो तालिबान के अत्याचारों का दावा करते हैं। वहीं प्रदर्शनकारियों पर तालिबान को गोली बरसाते हुए भी देखा जा चुका है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया