जिस हत्यारे को ‘गोरा’ बता छाती कूट रहे थे लिबरल, वह 21 साल का अहमद निकला तो छाई खामोशी: सुपरमार्केट फायरिंग में 10 की गई थी जान

अहमद ने सुपरमार्केट में गोलीबारी कर 10 लोगों को मार गिराया

अमेरिका के कोलोराडो (Colorado) के बोल्डर स्थित सुपरमार्केट में फायरिंग कर के 10 लोगों को मौत के घाट उताने वाले शूटर की पहचान हो गई है। उसका नाम अहमद अल अलीवी अलीसा (Ahmad Al Aliwi Alissa) है। पुलिस ने 21 वर्षीय हत्यारे को हिरासत में ले लिया है। फायरिंग में वह भी घायल हो गया था, लिहाजा उसे पहले अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद उस पर हत्या का मामला दर्ज कर जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू होगी।

मंगलवार (मार्च 23, 2021) को उसने जिस सुपरमार्केट में गोलीबारी की, वहाँ अच्छी-खासी भीड़ थी। मरने वालों में एक पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। फिलहाल इस वारदात के पीछे की मंशा का पता नहीं चल पाया है। लेकिन माना जा रहा है कि हमलावर अकेला ही था। उसने हल्के वजन वाले AR-15 सेमी-ऑटोमैटिक राइफल का प्रयोग किया। पुलिस हथियार का पता लगाने में जुटी हुई है।

हमलावर ने अपनी ज़िंदगी का एक बड़ा हिस्सा संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में ही बिताया है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि उसकी पहचान बाहर आने से पहले अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस ने इस नरसंहार के लिए किसी ‘श्वेत व्यक्ति’ को जिम्मेदार ठहराया था। मीना ने लिखा था कि अटलांटा शूट को अभी एक सप्ताह भी नहीं हुए हैं और ‘हिंसक श्वेत लोग’ हमारे लोकतंत्र के लिए बड़ा ख़तरा हैं।

https://twitter.com/disclosetv/status/1374386135716089864?ref_src=twsrc%5Etfw

मीना ने लिखा कि वो बोल्डर शूटिंग के बारे में देखते ही समझ गईं। जब हत्यारे की पहचान बाहर आ गई तो मीना हैरिस ने अपने उन ट्वीट्स को डिलीट कर लिया और कहा कि उन्होंने उसकी चमड़ी के रंग को देख कर अंदाज़ा लगाया था कि वो कोई ‘श्वेत व्यक्ति’ रहा होगा। लेकिन, उन्होंने इसे फैक्ट बताते हुए दोहराया कि अमेरिका में अधिकतर मास शूटिंग श्वेत व्यक्ति ही करते हैं। मीना हैरिस को अपनी मौसी के नाम पर ब्रांड बेचने को लेकर ह्वाइट हाउस से भी फटकार लग चुकी है।

वहीं हत्यारे अहमद अल अलीवी अलीसा के फेसबुक अकाउंट से पता चला है कि वह राष्ट्रपति जो बायडेन की डेमोक्रेट पार्टी का समर्थक था और पूर्व-राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए उसने अपशब्दों का इस्तेमाल भी किया था। अब उसका फेसबुक अकाउंट भी हाइड बता रहा है। उसने अमेरिका में बढ़ते इस्लामोफोबिया पर चिंता जताई थी। फेसबुक पर वो अक्सर रिपब्लिकन पार्टी के बारे में लिखता रहता था, जिसके कई स्क्रीनशॉट्स सामने आए हैं।

मीना हैरिस ने दिखाया अपना लिबरल रंग

अरवाडा के रहने वाले अहमद अल अलीवी अलीसी के बारे में पता चला है कि वह गुस्सैल और हिंसक है। एक बार कुश्ती का मैच हारने के बाद वो अजीब ढंग से चिल्लाने लगा था और कमरा बंद कर ऐसा व्यवहार कर रहा था, जैसे सभी को मार डालेगा। वो खुद के मुस्लिम होने की बातें करता था और कोई कुछ कह दे तो इसे हेट क्राइम बताता था।

https://twitter.com/CalebJHull/status/1374389676790804482?ref_src=twsrc%5Etfw

सिर्फ़ मीना हैरिस ही नहीं बल्कि लिबरल गिरोह के कई लोगों ने उसकी पहचान बाहर आने से पहले अपना रंग दिखाया था। एक लेखिका ने लिखा कि किसी व्हाइट (गोरा) व्यक्ति की ज़िंदगी नहीं अच्छी होगी तो वो दूसरों को मार डालता है। हेमल झावेरी ने लिखा कि हमेशा कोई व्हाइट व्यक्ति ही ऐसा करता है। एमी सिसीकिनद नामक फेमिनिस्ट ने लिखा कि मरने वाले अश्वेत ही रहे होंगे। लेकिन, आरोपित के मुस्लिम निकलने के बाद सभी शांत हो गए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया