जिस श्रीलंका से पाकिस्तान को मिली 35,000 आँखें, उसी के नागरिक को ज़िंदा जलाया: श्रीलंका का 40% कॉर्निया डोनेशन Pak को ही मिला

श्रीलंका के नेत्रदान का सबसे ज्यादा फायदा उठाता रहा है पाकिस्तान (प्रतीकात्मक चित्र)

पाकिस्तान में श्रीलंकाई नागरिक प्रियंथा कुमारा की ज़िंदा जला कर की गई भीड़ द्वारा हत्या का मामला अभी तूल पकड़ा हुआ है। इसे लेकर दोनों देशों के बीच तनाव का माहौल है। श्रीलंकाई मृतक की पत्नी ने उन्हें मासूम बताते हुए न्याय की गुहार लगाई है। ईशनिंदा का आरोप लगा कर जिस तरह से श्रीलंका के प्रियंथा कुमारा को प्रताड़ित किया गया और उनकी हड्डियाँ तोड़ डाली गईं, इस घटना से सभी हैरान हैं। इन सबके बीच ये भी जानने लायक है कि श्रीलंका के नेत्रदान का सबसे ज्यादा फायदा पाकिस्तान ही उठाता रहा है।

1967 से लेकर अब तक श्रीलंका द्वारा दान में दिए गए 35,000 कॉर्निया पाकिस्तनि नागरिकों को मिले हैं। डॉक्टर नियाज़ बरोही ने इसकी जानकारी दी है, जो पाकिस्तान के सबसे बड़े नेत्र रोग विशेषज्ञों (Ophthalmology) में से एक हैं। वो पकिस्तान के ‘श्रीलंका आई डोनेशन सोसाइटी’ के सदस्य भी हैं। लेकिन, आजकल डॉक्टर बरोही काफी दुःखी हैं क्योंकि सियालकोट में मॉब लिंचिंग की घटना ने उनके दिमाग पर गहरा असर डाला है। इस्लामी कट्टरपंथियों की इस करतूत का पूरी दुनिया में विरोध हो रहा है।

उनका कहना है कि देश के कई लोगों की तरह वो भी दुःखी हैं, क्योंकि हमारा सिर शर्म से झुका हुआ है। कराची के प्रसिद्ध ‘स्पेनचेर आई हॉस्पिटल’ के के मुखिया रहे डॉक्टर बरोही ने अब तक कई कॉर्निया ट्रांसप्लांट करने में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने जानकारी दी कि श्रीलंका अब तक दुनिया को 83,200 कॉर्निया दान में दे चुका है। इसमें सबसे ज्यादा फायदा पाकिस्तान को मिला है, क्योंकि इसने कुल डोनेशंस का 40% प्राप्त किया है। ‘समा डिजिटल’ से बात करते हुए उन्होंने ये बात कही।

उन्होंने आँकड़े गिनाते हुए बताया कि 1967 से लेकर अब तक ‘लंका आई डोनेशन सोसाइटी’ ने पाकिस्तान को 35,000 कॉर्निया दान में दिया है। ये भी जानने लायक बात है कि पाकिस्तान के ‘स्पेंसर आई हॉस्पिटल’ में मुल्क का पहना कॉर्निया ट्रांसप्लांट हुआ था, जिसे डॉक्टर एमएच रिजवी ने किया था। ये कॉर्निया भी श्रीलंका ने ही दान में दिया था। उन्होंने सियालकोट के घटना की निंदा करते हुए कहा कि श्रीलंका ने भले ही हमें दान में हजारों आँखें दी हों, लेकिन हम अपनी दृष्टि खो चुके हैं।

बता दें कि प्रियंथा कुमारा पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त में एक गारमेंट फैक्ट्री में बतौर जनरल मैनेजर कार्यरत थे। पाकिस्तान के कट्टरवादी इस्लामी संगठन ‘तहरीक-ए-लब्बैक’ ने ने फैक्ट्री में हमला कर के भी तोड़फोड़ मचाई। पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त में हुई इस घटना को लेकर इमरान खान की सरकार और कार्रवाई का दबाव है। अब तक इस मामले में आतंकवाद की धाराओं में 900 लोगों को आरोपित बनाया गया है, जिसमें से 235 को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। इनमें से 13 मुख्य आरोपित हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया