Friday, April 19, 2024
Homeदेश-समाजमदरसे में रह रहा था अलकायदा का खूँखार आतंकी कलीमुद्दीन, ATS ने जिहाद करने...

मदरसे में रह रहा था अलकायदा का खूँखार आतंकी कलीमुद्दीन, ATS ने जिहाद करने से पहले धर दबोचा

कलीमुद्दीन उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और गुजरात सहित कई राज्यों में भ्रमण कर के अलकायदा का नेटवर्क बढ़ाने का कार्य कर रहा था। आतंकी गतिविधियों में वह बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका और सऊदी अरब भी जा चुका है।

झारखण्ड एटीएस को आतंकियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई में बड़ी सफलता मिली है। इसी क्रम में जमशेदपुर से वैश्विक आतंकी संगठन अलकायदा के आतंकी मोहम्मद कलीमुद्दीन मुजाहिर को गिरफ़्तार किया गया। संवेदनशील मामला होने के कारण फिलहाल कलीमुद्दीन को एटीएस ने अज्ञात स्थान पर ले जाकर उससे पूछताछ शुरू कर दी है। अलकायदा की स्थापना ओसामा बिन लादेन ने की थी, जिसे पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिका ने मार गिराया था। अलकायदा जम्मू कश्मीर में भी सक्रिय रहा है।

दबोचा गया आतंकी कलीमुद्दीन स्लीपर सेल्स के माध्यम से किसी बड़े आतंकी हमले की साजिश रच रहा था। वह मानगो इलाक़े के आज़ादनगर थाना क्षेत्र का निवासी है। वह काफ़ी लम्बे वक़्त से अलकायदा से जुड़ा हुआ था। देश भर में सुरक्षा एजेंसियाँ 2016 से ही इस कुख्यात आतंकी की तलाश में लगी हुई थीं। वह भारत में अलकायदा के मुख्य चेहरों में से एक था। उसे अलकायदा ने स्लीपर सेल्स तैयार करने की ज़िम्मेदारी सौंपी थी।

एक और बड़ा खुलासा यह हुआ है कि आतंकी संगठन अलकायदा का कुख्यात आतंकी मोहम्मद कलीमुद्दीन मुजाहिर एक मदरसे में छिप कर रह था था और जिहाद के लिए युवाओं को प्रशिक्षित कर रहा था। वह पिछले 3 सालों से फरार चल रहा था और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से वांछित था। वह मूल रूप से रांची के चान्हो ब्लॉक के राडगाँव का है।

अब्दुल रमन उर्द कटकी और अब्दुल सामी जैसे आतंकी कलीमुद्दीन के सहयोगी रहे हैं। ये दोनों ही आतंकी फ़िलहाल दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद हैं। कलीमुद्दीन उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और गुजरात सहित कई राज्यों में भ्रमण कर के अलकायदा का नेटवर्क बढ़ाने का कार्य कर रहा था। आतंकी गतिविधियों में वह बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका और सऊदी अरब भी जा चुका है।

कलीमुद्दीन को टाटानगर रेलवे स्टेशन से गिरफ़्तार किया गया। वह युवाओं को आतंकी संगठन में भर्ती कर उन्हें पाकिस्तान भेजा करता था। 2014 में वह दुबई के रास्ते पाकिस्तान गया था और कराची में रुका था। वहीं उसे हथियार चलाने का प्रशिक्षण भी दिया गया था।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में 21 राज्य-केंद्रशासित प्रदेशों के 102 सीटों पर मतदान: 8 केंद्रीय मंत्री, 2 Ex CM और एक पूर्व...

लोकसभा चुनाव 2024 में शुक्रवार (19 अप्रैल 2024) को पहले चरण के लिए 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 संसदीय सीटों पर मतदान होगा।

‘केरल में मॉक ड्रिल के दौरान EVM में सारे वोट BJP को जा रहे थे’: सुप्रीम कोर्ट में प्रशांत भूषण का दावा, चुनाव आयोग...

चुनाव आयोग के आधिकारी ने कोर्ट को बताया कि कासरगोड में ईवीएम में अनियमितता की खबरें गलत और आधारहीन हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe