सुशांत ड्रग एडिक्ट था, सुसाइड से मोदी सरकार ने बॉलीवुड को ठिकाने लगाया: आतिश तासीर की नई स्क्रिप्ट, ‘खान’ के घटते स्टारडम पर भी रोया

आतिश तासीर और सुशांत सिंह राजपूत

ओवरसीज सिटिजनशिप ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड रद्द होने के साल भर बाद आतिश तासीर ने मोदी सरकार पर अपना गुस्सा निकाला है। पाकिस्तान के दिवंगत नेता सलमान तासीर के बेटे आतिश ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत का इस्तेमाल बॉलीवुड के भाईचारे पर हमले करने के लिए किया।

तासीर ने अपने नए आर्टिकल में कहा है कि नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु को बॉलीवुड को ‘चुप’ कराने के लिए किया। आर्टिकल में तासीर ने बताया कि सुशांत की आत्महत्या ने सरकार को मौका दिया कि वह बॉलीवुड पर हमला करें। आर्टिकल में कहा गया है, “सुशांत सिंह राजपूत मानसिक तौर पर बीमार और ड्रग एडिक्ट था।” इस आर्टिकल के अनुसार राजपूत की मौत एक शोकपूर्ण घटना थी। लेकिन मोदी सरकार ने प्रेस की मदद से (उन्होंने ‘गोदी मीडिया’ कहा है) पूरे बॉलीवुड को ट्रॉयल पर रखा।

तासीर ने दावा किया कि भाजपा ने ये सब बिहार चुनाव में नैरेटिव बनाने के लिए किया। पत्रकार ने अपने लेख में घोषणा की कि सुशांत ने आत्महत्या ही की थी, लेकिन भाजपा ने उसे एक हत्या की तरह पेश किया। उसने लिखा, “राजपूत की तस्वीर के साथ दिखे पोस्टरों के शब्दों को हम न भूले है और न भूलने देंगे। रिया चक्रवर्ती को जेल में डाल दिया गया कि उन्होंने सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाया था। इसके बाद एनसीबी ने उसके घर की और मूवी इंडस्ट्री के बड़ी-बड़ी हस्तियों के घर रेड मारी, न केवल ड्रग की सर्च में बल्कि उन्हें बदनाम करने के लिए।”

बॉलीवुड में दरार बढ़ाने के लिए इस्तेमाल

मोदी विरोधी प्रोपेगेंडा चलाने के लिए मशहूर तासीर ने दावा किया कि मोदी गवर्मेंट ने राजपूत की सुसाइड से बॉलीवुड की अंदरुनी दरारों का फायदा उठाकर कल्चर वार छेड़ा और इस वार का नेतृत्व कंगना रनौत ने किया। तासीर यहीं नहीं रुके। उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने एक्टर की सुसाइड का फायदा उठाकर उन कलाकारों के घर पर रेड पड़वाई जो उनकी आलोचना करते थे।

बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत 14 जून 2020 को संदिग्ध परिस्थितियों में मुंबई में अपने घर में मृत मिले थे। पुलिस ने उनकी मौत को शुरू में आत्महत्या बताया, लेकिन बाद में परिजनों द्वारा सवाल खड़ा करने के बाद पूरे मामले में हत्या का एंगल जुड़ गया। सुशांत के लिए कई सोशल मीडिया कैंपेन चले। बाद में सीबीआई ने इस मामले को सँभाला। 

इसके बाद ड्रग एंगल से इसमें एनसीबी की एंट्री हुई और रिया चक्रवर्ती, दीपिका पादुकोण, श्रद्धा कपूर, सारा अली खान समेत कई हस्तियों से ड्रग लिंक, फेवरटिज्म और नेपोटिज्म पर पूछताछ हुई। ये सभी एंगल सुशांत की मौत के पीछे मुख्य कारण कहे जा रहे थे।

हालाँकि, आतिश तासीर ने इस मामले में सोशल मीडिया अभियानों का ठीकरा पूरी तरह से मोदी सरकार पर फोड़ दिया। तासीर ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने इसका इस्तेमाल बॉलीवुड की क्रिएटिव फ्रीडम को छीनने के लिए किया। खासकर, मुस्लिमों का प्रभाव जिनकी उपस्थिति इंडस्ट्री में है। 

लेख में ये भी आरोप लगाए गए कि पीएम मोदी और उनकी पार्टी भारत को एक समग्र संस्कृति के रूप में नहीं देखते हैं, जिसमें हिंदुओं, मुसलमानों, सिखों और ईसाइयों ने योगदान दिया है, बल्कि वह इसे अनिवार्य रूप से एक हिंदू इकाई के रूप में देखते हैं, जिसकी नियति हिंदू सांस्कृतिक पुनर्जागरण लाने में निहित है। तासीर के अनुसार बॉलीवुड के तीनों खान-सलमान, शाहरुख और आमिर के पतन के पीछे भी मोदी सरकार का हाथ है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया