पाकिस्तान के मीरपुर और सियालकोट में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ट्रेनिंग कैंप फिर से शुरू हो गया है। अंतरराष्ट्रीय दबाव के डर से पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कुछ समय पहले इसे बंद कर दिया था। दोबारा से इसे शुरू तलहा सईद ने किया है। वह आतंकी सरगना और मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बेटा है।
खुफिया रिपोर्टों के आधार पर इंडिया टुडे ने यह जानकारी दी है। खबर के मुताबिक लश्कर के लिए खोला गया यह कैंप मीरपुर के मांगला और सियालकोट के हेड मराल में है। लश्कर ने इन कैंपों के लिए आतंकियों की भर्ती भी शुरू कर दी है। भर्ती स्वात घाटी के पास पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा से सटे कबीलाई इलाकों, पेशावर, क्वेटा और इलाका-ए-घैर में की जा रही है।
बीते दिनों आईएसआई और आतंकी संगठनों के बीच कई बैठकें भी हुईं थी। इनमें POK में सक्रिय कई आतंकी संगठनों के कमांडरों ने हिस्सा लिया था। इसके बाद तय किया गया कि ‘कश्मीरी जिहाद’ के कंट्रोल रूम पीओके और पाक-अफगान सीमा पर बनाए जाएँगे। साथ ही आतंकियों की नई भर्ती पर भी जोर दिया जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान अपने संसाधनों को अफगान सीमा से सटे कबीलाई इलाकों को हटा कर जम्मू-कश्मीर की ओर फोकस कर रहा है। साथ ही एलओसी पर भी पाकिस्तानी सेना गतिविधि बढ़ाने में लगी है। अभी हाल ही में इन सबके मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर आतंकी ग्रुपों की बड़ी हरकत नोटिस की गई थी।
जानकारी के अनुसार ISI के निर्देश पर पाकिस्तान में आर्मी यूनिट्स के बीच ही आतंकियों के लिए बंकर बनाए जा रहे हैं। जिन्हें ’10 बलूच’ की ओर से तैयार किया जाना है। आईएसआई ने ‘कूरियर एंड गाइड’ को रेकी करने, नक्शे तैयार करें और आतंकियों की घुसपैठ के लिए रूट तैयार करने को कहा है।