कमलेश तिवारी की हत्या पर ‘Ha-Ha’ और ‘Love’ रिएक्ट करते ऑनलाइन ‘शांतिदूतों’ की शंतिप्रियता

लेकिन इस हत्या का मज़हब से कोई लेना-देना नहीं है

हिन्दू महासभा के कमलेश तिवारी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई, हत्यारों ने जिस बन्दूक से कमलेश की हत्या की उसे वे मिठाई के डब्बे में छिपाकर लाए थे और मौका पाते ही हत्यारों ने कमलेश पर गोली दाग दीं और उसका गला भी रेत डाला। जैसे ही इस नृशंस हत्या की खबर लोगों तक सोशल मीडिया और अन्य साधनों के ज़रिए पहुँचने लगी उसी के साथ इसपर प्रतिक्रियाओं का दौर भी शुरू हो गया। एक हिन्दू नेता की सरे-आम हत्या कर दिए जाने पर कुछ लोगों ने इसकी भर्त्सना की मगर ज़्यादातर समुदाय विशेष के इन लोगों ने अपनी नीचता का परिचय यहाँ भी दे डाला। ऐसे निकृष्ट लोगों की अगुवाई करने का दम भरने वाले एनडीटीवी ने कमलेश तिवारी पर इसे एक “उग्र हिन्दू नेता की हत्या” करार दिया है।

https://twitter.com/ndtv/status/1185155166196162560?ref_src=twsrc%5Etfw

Ha-Ha, Love रिएक्ट करने वाले एक ही ‘समुदाय विशेष’ से

“हाहा” करने वाले फहीम रहमान, नदीम अख्तर, मोहम्मद इमरान जैसा ही नाम रखने वाले अधिकांशतः हैं। इसी तरह “लव” रिएक्ट करने वाले भी सलाउद्दीन अंसारी और मुहम्मद समीउल्लाह जैसे ही दिख रहे हैं।

‘दिल से सलाम’, ‘खुदा के घर देर है, अंधेर नहीं’

इस पर आए कमेंट भी कम भयावह नहीं हैं। नाज़िर आलम कह रहा है कि खुदा के घर देर है, अंधेर नहीं; तो कोई सैफ अनवर ट्वीट कर रहा है कि ऐसा करने वाले को दिल से सलाम। इम्तियाज़ खान के लिए यह हत्या बिरयानी का मौका है, तो सोहैल खान ने इसके बाद अगला नाम सुपारी के लिए तय कर दिया है।

https://twitter.com/amit_manwani/status/1185157946226950145?ref_src=twsrc%5Etfw

ट्विटर पर एक यूजर ने तो हिन्दुओं को धमकी देते हुए यहाँ तक कह दिया कि जिस तरह विकास यादव और कमलेश तिवारी की हत्या हुई अब वैसा ही अंजाम बाकी हिन्दुओं को भी भुगतना पड़ेगा। बता दें कि कुछ दिन पहले ही विकास यादव नाम के एक व्यक्ति को कट्टरपंथियों की एक भीड़ ने पेड़ से बाँधकर निर्दयता के साथ इतना मारा था कि उसके बाद विकास बुरी तरह जख़्मी हो गया।

https://twitter.com/vikrantkumar/status/1185152271618846720?ref_src=twsrc%5Etfw

तो वहीं एक और ट्विटर यूजर सैफ अनवर ने इस निर्मम हत्या की घटना पर अपनी ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए तिवारी के मृत शरीर की तस्वीर शेयर करते हुए उसके हत्यारों की हौसला अफजाई तक की।

“We support Shehla Rashid” नाम के एक ग्रुप में तो जैसे हिन्दू महासभा के कमलेश तिवारी की हत्या के बाद बहार आ गई। ग्रुप को फॉलो करने वाले कई लोगों ने इसपर ख़ुशी ज़ाहिर की तो कुछ ने इस हत्या को अपनी निजी संतुष्टि बताते हुए लिखा कि तिवारी के साथ जो हुआ वह उसका हकदार था।

2015 में भड़का था दंगा

हिन्दू समाज पार्टी के संस्थापक कमलेश तिवारी को पैगम्बर मुहम्मद की सेक्सुअलिटी पर बयान के लिए अखिलेश यादव के राज में पुलिस ने 2015 में गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद देवबंद, सहारनपुर और पश्चिम बंगाल के कट्टरपंथियों ने तिवारी की मृत्यु की माँग करते हुए दंगा भड़का दिया था।

माना यही जा रहा है कि कमलेश की हत्या में पैगम्बर पर उनके बयान से भड़के कट्टरपंथियों का हाथ है। कमलेश तिवारी की हत्या के बाद सोशल मीडिया पर आ रही प्रतिक्रियाओं से भी कुछ ऐसा ही पता चलता है जहाँ कई कट्टरपंथी कमलेश की हत्या को सेलिब्रेट कर रहे हैं, उत्साह से लबालब यह लोग बोल रहे हैं कि तिवारी की मुलाक़ात अपनी नियति से हो गई।

एनडीटीवी तो जैसे कमलेश तिवारी की इस नृशंस हत्या पर जश्न मानाने वालों की अगुवाई कर रहा है। अपने हर प्रयास में एनडीटीवी यही कोशिश करता दिख रहा है कि किसी तरह मामले को सामान्य बताकर एक हिन्दू की हत्या का मामला शांत किया जा सके।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया