प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने चल रहे हैंय़ इससे पहले उन्होंने उन सांसदों के साथ चाय पी, जो मंत्रिमंडल में शामिल हो रहे हैं।
मुस्लिमों, कम्युनिष्टों का समर्थन पाने वाली एनसीपी (शरद पवार), भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) जैसी पार्टियों ने क्रमशः 8, 13 और 9 सीटें हासिल कीं।
सुनील लहरी ने अयोध्या की जनता को धोखेबाज करार देते हुए लिखा, "हम अयोध्या के प्यारे नागरिकों की महानता को सलाम करते हैं, आप ही हैं जिन्होंने देवी सीता को भी नहीं बख्शा।"
हैरानी की बात ये है कि जिस राम मंदिर को लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी की जीत की गारंटी माना जा रहा था, उसी अयोध्या में बीजेपी को हार का मुँह देखना पड़ा, वो भी उस पार्टी के खिलाफ, जिसके दामन पर राम भक्तों के खून के छींटे पड़े।