शाकिब ने अपने मजहब की पहचान छिपा कर एक युवती को न सिर्फ झाँसा दिया बल्कि उसे मार भी डाला। एक वर्ष पहले हुई इस हत्या का राज़ मेरठ पुलिस ने अब सुलझाया है।
पुलिस ने बताया कि महिला की शादी 6 साल पहले असलम से हुई थी। दोनों का 3 साल का एक बच्चा भी है। पीड़िता का आरोप है कि असलम ने अपना नाम सोनू बताकर उससे नजदीकियाँ बढ़ाईं और शादी कर ली।
मेडिकल की पढ़ाई कर रही निमिषा को सज्जाद ने प्यार के जाल में फॅंसाया। मुस्लिम बनाया। गर्भवती होते ही तलाक दे दिया। फिर एक मुस्लिम संगठन ने मदद के नाम पर दोबारा निकाह करवाया और आतंकी बनाकर अफगानिस्तान भेज दिया।
पुलिस के मुताबिक शहजाद ने फोन कर किशोरी से संपर्क किया और उसे झॉंसे में लेकर दिल्ली चला गया। किशोरी के परिजनों ने शहजाद पर उसे अगवा करने का आरोप लगाया था। साथ ही कहा था कि वह किशोरी का धर्म परिवर्तन कराना चाहता है।
"लव जिहाद सच्चाई है, इसे नजरअंदाज करना 'मूक मंजूरी देने के समान' है। केरल की राज्य सरकार लव जिहाद के मामलों की अनदेखी कर रही है। लव जिहाद में लड़कियों को फँसाकर उन्हें युद्धग्रस्त देशों में भेजा जा रहा है, जहाँ उनका 'सेक्स स्लेव' की तरह इस्तेमाल किया जाता है।"
केरल के सबसे बड़े चर्च ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ईसाई लड़कियों को निशाना बनाकर उनकी हत्या हो रही। इस मामले में पुलिस पर भी सही तरीके से कार्रवाई नहीं करने का आरोप पादरियों ने लगाया है।
“मैं दुबई में 6 हज़ार दिरम पर नौकरी करता हूँ, तुम्हारी क्वॉलिफ़िकेशन के लिहाज़ से 10 हज़ार दिरम यानी भारतीय करंसी के अनुसार क़रीब दो लाख रुपया महीना मिल जाएगा। यहाँ आ जाओ।” - पाकिस्तानी नदीम इक़बाल ने ऐसे अपने जाल में फँसाया था मेरठ की हिंदू लड़की को।
लगभग दो महीने पहले दानापुर खगौल से मोहम्मद दानिश नाम का मैथ टीचर अपनी ही 15 वर्षीय स्टूडेंट, जो कि दूसरे धर्म की बताई जाती है को लेकर फरार हो गया था और उसका धर्मांतरण कराने की भी फिराक में था।