Saturday, November 23, 2024

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लुटियंस मीडिया

कभी एक्टिविस्ट, कभी सेपरेटिस्ट तो कभी अमेरिकी नागरिक… जो पन्नू भारत में हमले की देता है धमकी, उसे ‘आतंकवादी’ लिखने में ‘द वायर’ की...

प्रोपेगेंडा पोर्टल 'द वायर' ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू कभी 'एक्टिविस्ट' तो कभी 'अमेरिकन सिटीजन (अमेरिकी नागरिक)' बताता है।

मोदी की जीत करण थापर को नहीं पची तो प्रशांत किशोर ने बिगाड़ा हाजमा: पहले माँगा सबूत, फिर कहा- आप जैसे चार से अकेले...

करन थापर एक सवाल करते हैं और प्रशांत किशोर जैसे ही जवाब देना शुरू करते हैं, करन बीच में ही एक टिप्पणी कर देते हैं। इसी पर प्रशांत किशोर उनसे सबूत माXगने लगते हैं।

नहीं हो रही मोदी सरकार से कोई दिक्कत, कॉन्ग्रेसी CM रेवंत रेड्डी ने ध्वस्त किया आरफा का एजेंडा: प्रोपेगेंडा पत्रकार करती रही कोशिश

प्रोपेगेंडा पोर्टल द वायर की युट्यूबर आरफा खानम शेरवानी तेलंगाना के कॉन्ग्रेसी सीएम रेवंत रेड्डी से भाजपा की आलोचना करवाने में विफल रहीं।

45 दिन, 450 छापेमार, गुप्त जाँच, तकनीकी निगरानी: ‘पुलिस का भी मोबाइल जब्त’ जैसी प्लानिंग के बाद जाल में फँसा NewsClick

NewsClick और चायनीज फंडिंग के मामले में छापेमारी की गई 3 अक्टूबर 2023 को। पुलिस लेकिन इनके पीछे पड़ी थी 17 अगस्त से यानी 45 दिन पहले से।

‘चीन के दलालों’ पर छापे से भय में मीडिया गिरोह: ‘न्यूज़क्लिक’ से जुड़े पत्रकारों पर कार्रवाई के बाद ‘ प्रेस की आज़ादी’ का रोना...

'न्यूज़क्लिक' से जुड़े पत्रकारों पर छापे से वामपंथी लिबरल पत्रकारों का गैंग तिलमिला उठा है। उन्होंने इसे प्रेस की आज़ादी पर हमला बता डाला है। चीनी फंडिंग पर चुप।

चाइनीज पैसा लेने वाला पत्रकार क्या-क्या करता है, क्या-क्या नहीं (लिख-बोल सकता)… जानिए 4 साल तक सैलरी लेने वाले पत्रकार से

चीन से पैसे लेकर प्रोपेगेंडा कैसे होगा? अपने ही देश के खिलाफ लिख लेंगे? इनका जवाब मेरे पास है क्योंकि मैंने 4 साल काम किया है चीनी कंपनी में।

न्यूजक्लिक के एडिटर प्रबीर पुरकायस्थ की दिल्ली स्थित फ्लैट सील: ED ने की कार्रवाई, प्रेस क्लब ने बताया- जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा

न्यूजक्लिक और उसके एडिटर इन चीफ प्रबीर पुरकायस्थ पर प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई का प्रेस क्लब और इंडिया ने निंदा की है।

जिस भास्कर में स्टाफ मर्जी से ‘सूसू-पॉटी’ नहीं कर सकते, वहाँ ‘पाठकों की मर्जी’ कॉर्पोरेट शब्दों की चाशनी है बस

"भास्कर में चलेगी पाठकों की मर्जी" - इस वाक्य में ईमानदारी नहीं है। पाठक निरीह है, शब्दों का अफीम देकर उसे मानसिक तौर पर निर्जीव मत बनाइए।

हिंदुओं की मौत, चिताएँ… तब दानिश सिद्दीकी के फोटो बिकते थे… अब बिक रहीं उनके अब्बा-परिवार की तस्वीरें ₹23000 में

जैसे ही दानिश सिद्दकी मारा गया, उसके शोक संतप्त परिवार और रिश्तेदारों की तस्वीरें Getty Images पर वस्तुओं की तरह बिकने लगीं।

पत्रकारिता का पीपली लाइवः स्टूडियो से सेटिंग, श्मशान से बरखा दत्त ने रिपोर्टिंग की सजाई चिता

चलते-चलते कोरोना तक पहुँचे हैं। एक वर्ष पहले से किसी आशा में बैठे थे। विशेषज्ञ को लाकर चैनल पर बैठाया। वो बोला; इतने बिलियन संक्रमित होंगे। इतने मिलियन मर जाएँगे।

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