मुरादाबाद जनपद के गलशहीद थाना क्षेत्र में नगर संत नाम से मशहूर चामुंडा मंदिर के महंत और गंगा प्रदूषण मुक्ति समिति के संरक्षक महंत रामदास का शव मिलने से हड़कंप मच गया।
सेकुलरिज्म और नरसंहारों को नकारने की तथाकथित बुद्धिजीवी वर्ग की आदत को वो अपने दौर में आड़े हाथों लेते रहे। उनका जन्म 16 अक्टूबर 1921 को हुआ था और आज उनकी जन्मतिथि भी है।
"द प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 कॉन्ग्रेस की हुकूमत में इसलिए बनाया गया, ताकि मुगलों द्वारा भारत के प्राचीन पवित्र मंदिरों को तोड़ कर बनाई गई अवैध मस्जिदों को हिंदुस्तान की जमीन पर एक विवाद के रूप में जिंदा रखा जाए और....."
सोमनाथ के अपमान से क्रुद्ध राजा भोज के हमले के बाद महमूद गजनवी तो रेगिस्तान में भाग खड़ा हुआ लेकिन उसके बेटे सालार मसूद को मौत के घाट उतार दिया गया, तब इस मंदिर का निर्माण हुआ था।
राज्य में हाल ही में हिंदू मंदिरों पर हमले की घटनाएँ बढ़ रही हैं। अभी कुछ दिन पहले कृष्णा जिले के वत्सवई मंडल में मककपेटा गाँव में ऐतिहासिक काशी विश्वेश्वर स्वामी मंदिर के अंदर नंदी की मूर्ति को कुछ बदमाशों ने खंडित कर दिया था।
1978 में तमिलनाडु के विष्णु मंदिर से चोरी हुई विजयनगर काल की भगवान राम, माँ सीता और लक्ष्मण की 3 बेशकीमती मूर्तियाँ ब्रिटिश पुलिस द्वारा लंदन में भारतीय वाणिज्य दूतावास को सौंप दी गई हैं।