Saturday, November 23, 2024

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हिन्दू-मुस्लिम विवाद

13 गाँव के 10 हजार लोग बुलाकर प्रसाद के नाम पर धोखे से खिला दी भैंसे की बिरयानी

पीर की मजार पर उर्स के आयोजन में हिस्सा लेने आए हिंदुओं को धोखे से मांसाहारी बिरयानी खिलाई गई - वो भी प्रसाद के नाम पर।

हम मुस्लिमों ने 2 कश्मीरियों को मार डाला: 370 पर कॉन्ग्रेसी मुस्लिम नेता ने दिखाया आईना

"पूरे देश में कश्मीरी मुस्लिम सुरक्षित हैं, लेकिन कश्मीर में 370 खत्म होने के बाद से दो बेग़ुनाह मुस्लिमों को जान से मारा जा चुका है। किसने मारा हिन्दुओं ने? नहीं। एक को मुस्लिम आतंकियों ने मारा और दूसरे को पत्थरबाजों ने!"

हिंदुओं से पिट गए? उसे गोली क्यों नहीं मारी? आप समुदाय पर एक धब्बा हैं – हरियाणा के जज फ़ख़रुद्दीन

जज फ़ख़रुद्दीन ने हिंदुओं के बारे में कहा कि उनके पास ऐसी कोई ताक़त नहीं है जिससे वो दूसरे मजहब के सामने टिक सकें। उन्होंने कहा, "आप एक पिस्तौल के साथ आएँ। मैं यहीं हूँ। हर बात की ज़िम्मेदारी मैं लूँगा।"

जन्माष्टमी की झाँकी पर पथराव, फरसा व अन्य हथियारों का इस्तेमाल भी: UP के बरेली में तनाव, देखें Video

कृष्ण जन्माष्टमी पर परंपरा स्वरूप कृष्ण की झाँकी निकाले जाने की तैयारी थी, लेकिन जुमे की नमाज़ के चलते झाँकी का समय दोपहर 3 बजे रखा गया। इसके बावजूद 3 बजे जैसे ही झाँकी गाँव के चौराहै पर पहुँची, तो दूसरे समुदाय ने...

दलित की इज्जत लूटने आने वाला मुस्लिम नंगा भी हो तो मीडिया गिरोह पीड़िता का ही मुँह दबा देता है

जब संजीव नेवर की शिकायत पर राष्ट्रीय SC आयोग ने हस्तक्षेप किया तो जाँच में निकल कर आया कि पुलिस ने कई सारी गलतियाँ की थीं। SHO को मूल FIR बदलने के लिए निलंबित कर दिया गया, और बदले के इरादे से पीड़ित परिवार पर दाखिल दो FIRs नकली निकलीं, और पीड़ितों को पुलिस सुरक्षा दी गई।

विवेकानंद का ‘सर्व-धर्म-समभाव’ इस्लाम के लिए एक मौका था, कट्टरपंथियों को सोचना होगा क्यों गँवा दिया

समुदाय विशेष को यह सोचने की ज़रूरत है कि विवेकानंद के 'सर्व-धर्म-समभाव' वाले पन्ने पर क्यों विभाजन की खूनी दास्ताँ लिखी, क्यों मुस्लिम-बहुल कश्मीर को हिन्दू-बहुल भारत का साथ मंज़ूर नहीं और क्यों कश्मीरी पंडितों के साथ वो किया, जो उन्हें नहीं करना चाहिए था।

तमिलनाडु में मठ के स्वामी को समन, कहा था अब मूर्तियों पर इस्लामी हमले नहीं होते

इस अनोखे मंदिर में लोगों की अपार श्रद्धा है। यही वजह है कि भगवान अति वरदार भले ही 40 वर्ष तक जल समाधि में रहते हों, लेकिन पूरे साल इस मंदिर में भक्तों की भीड़ जुटती है। इससे पहले वर्ष 1979 में भगवान अति वरदान ने मंदिर के पवित्र तालाब से बाहर आकर भक्तों को दर्शन दिए थे।

जयपुर में श्रद्धालुओं पर टूटा पत्थरबाज मुस्लिम भीड़ का कहर, सरिया और डंडों से मचाया आतंक

मुस्लिम समुदाय के लोग क्यों उग्र हो गए, इस सम्बन्ध में पुलिस को भी कुछ नहीं पता। हरिद्वार जा रहे श्रद्धालुओं तक को नहीं बख्शा गया। यातायात ठप्प कर आने-जाने वाली बसों पर पत्थरबाजी की गई। कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। श्रद्धालुओं की गाड़ियाँ क्षतिग्रस्त कर दी गईं।

मेरी सहेली का बॉयफ़्रेंड संघी, इसलिए शादी-बर्थडे में नहीं बुलाई: दुःखी हैं The Print की स्तम्भकार!

"मेरी 10 साल से ज्यादा दोस्त रह चुकी लड़की ने, जो उच्च-मध्यम वर्ग की थी, अपने बर्थडे की पार्टी में नहीं बुलाया क्योंकि उसके नए-नए बने 'संघी' बॉयफ्रेंड को मुस्लिम पसंद नहीं। मेरे दोस्त ने खुद यह कबूल किया। उस दोस्त ने शादी में भी नहीं बुलाया।"

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