अनंत लक्ष्मण कन्हेरे, कृष्णाजी गोपाल कर्वे और विनायक नारायण देशपांडे को आज ही की तारीख यानी 19 अप्रैल 1910 को फाँसी पर लटका दिया गया था। इन तीनों ही क्रांतिकारियों की उम्र उस समय 18 से 20 वर्ष के बीच थी।
साल 2020 में पालघर में 400-500 लोगों की भीड़ ने एक अफवाह के चलते साधुओं की पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी थी। इस मामले में मिशनरियों का हाथ होने का एंगल भी सामने आया था।