मुस्लिम और ईसाई अपने मजहबी प्रतीकों का उपयोग रक्षा के लिए कर रहे थे। जबकि हिंदुओं की पहचान के लिए अभियान चला। पीले रंग से बड़े अक्षरों में उनकी संपत्तियों पर ‘H’ लिखा गया।
पटना हाईकोर्ट ने मृतक अनुराग पोद्दार के परिजनों को 10 लाख रुपए का मुआवजा देने के लिए राज्य सरकार से कहा था। बिहार सरकार ने SC में इस आदेश को चुनौती दी थी।
हिन्दुओं का कहना है कि नाबालिग लड़की दिल्ली में मिल गई थी, लेकिन इसके बाद भी बुधवार की रात 50-60 की संख्या में मुस्लिम भीड़ ने उनके घरों में घुस कर तलाशी ली।
रैपर ने अगली पंक्ति में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने के लिए बेहद आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया जैसे, "मर गया तेरा नंदलाल नटखट, अब गोपियाँ भागेंगी छोड़के पनघट।"
1973 में 'विश्व पत्रकारिता सम्मेलन' में वो मॉरीशस गए और वहाँ के तत्कालीन राष्ट्रपति शिवसागर रामगुलाम हिंदी भाषा को लेकर उनके प्रेम से खासे प्रभावित हुए। वहाँ की सरकार ने उनसे वहीं रहने का अनुरोध किया।