कन्हैया का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद LNMU के छात्र-छात्राओं ने पहले मंच पर झाड़ू लगाकर उसे साफ़ किया, फिर मंच को पानी से धोया। इसके बाद सिमरिया से मँगाए गए गंगा जल और फूल छिड़क कर मंच को शुद्ध किया।
कन्हैया के काफिले पर यह हमला उस वक्त हुआ, जब वो कटिहार के राजेंद्र स्टेडियम में सभा करने के बाद भागलपुर जा रहे थे। शहीद चौक के पास लोगों ने कन्हैया कुमार के विरोध में पोस्टर दिखाए और फिर आगे बढ़ने पर काफिल पर जूते-चप्पल फेंके गए।
24 घंटों के अंदर बिहार में CPI नेता कन्हैया कुमार पर दोबारा हमला किया गया। इससे पहले भी उनकी कार पर पथराव किया गया था, जिसमें उन्हें और उनके ड्राइवर दोनों को चोटें आई थीं। इस बार उनकी गाड़ी पर पथराव होने से...
विवादों में रहने के शौक़ीन कन्हैया कुमार ने धर्म को संघियों के लिए धंधा बताते हुए आज एक विवादित ट्ववीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि जहाँ धर्म हिन्दुओं के लिए आस्था का सवाल है वहीं संघियों के लिए मात्र धंधा।
CPIM नेता कन्हैया कुमार के काफिले पर हमला किया गया है। इस हमले में कन्हैया और उनके ड्राइवर घायल हो गए हैं। यह हमला बिहार के सुपौल में हुआ है। बताया जा रहा है कि कुछ अज्ञात लोगों ने उनके काफिले पर पथराव किया है।
बाबा साहब भीमराव अंबेडकर संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में सीएए के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना चल रहा है। इस धरने में अभी तक CPI नेता कन्हैया कुमार, राजद पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम, माले नेता दीपांकर भट्टाचार्या, मशहूर शायर इमरान प्रताप गढ़ी माँगों के समर्थन में शामिल हो चुके हैं
"कन्हैया कुमार सिर्फ मीडिया वालों के लिए लोकप्रिय है, आम जनता कन्हैया कुमार का नाम भी सुनना नही चाहती है, लोगों का खून खोल उठता है, लोग उसे देशद्रोही और गद्दार, टुकड़े टुकड़े गैंग का आदमी बुलाते हैं, और यह भी कहते हैं लोग जो देश का नहीं वह किसी का नहीं हो सकता है।"
फोर्ब्स की विश्व के टॉप-20 लोगों की सूची लीक होने के बाद लिबरल गिरोह में फूट पड़ चुकी है। खान मार्केट गैंग का कहना है कि मोदी-शाह ने साजिशन कन्हैया कुमार का नाम सूची में डलवाया है। जबकि रवीश (NDTV वाले) ने कन्हैया पर जात भाई को ही दगा देने का गंभीर आरोप लगाया।
कन्हैया को 22% वोट मिले, इसीलिए वो सूची में हैं। वो 34% वोट से हारे, ये क्यों छिपाया गया? फोर्ब्स की सूची में 8 भारतीयों में से 5 ऐसे हैं, जो पीएम मोदी के आलोचक हैं। इस सूची को किस आधार पर तैयार किया गया है, फोर्ब्स ने नहीं बताया। जो भी मोदी के ख़िलाफ़ बोले, ब्रांडिंग कर दो।