AMU द्वारा पीएम मोदी को भेजे गए इस आमंत्रण से कुछ कट्टरपंथी, वामपंथी और लिबरल समाज के लोग बेहद आहत हैं। उनकी प्रतिक्रिया बता रही हैं कि वह पीएम मोदी के AMU के समारोह का मुख्य अतिथि होने से बहुत निराश और हतोस्ताहित हैं।
अमूमन देखने को मिलता है कि 'आंदोलनों' के समर्थन में नौकरी छोड़ने वाले अफसर या तो करप्शन के आरोपित हैं या फिर कुछ दिन बाद उनका पॉलिटिकल एजेंडा सामने आ जाता है।