शुक्रवार को राजस्थान की अजमेर शरीफ दरगाह बाजार में जुमे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में कट्टरपंथी मुसलमानों की भीड़ इकट्ठा हुई। मुस्लिमों ने नरिसंहानंद सरस्वती की गिरफ्तारी की माँग की।
मस्जिद के इमाम ने बताया कि उग्र लोगों ने जुमे की नमाज के बाद उनसे माइक छीना और नमाजियों को बाहर जाकर हिंसा का समर्थन करने को कहने लगे। इसी बीच नमाजियों ने उन्हें रोका तो सभी हमलावरों ने हमला बोल दिया।
बांग्लादेश में इस्लामी कट्टरपंथियों की हिंसा को जायज ठहराने की कोशिश में येल के प्रोफेसर अहमद मुशफिक मुबारक ने इसके लिए पीएम मोदी को जिम्मेदार बताया है।
हिंसा, आगजनी, पथराव... हिफाजत को बांग्लादेश में चाहिए इस्लामी हुकूमत। उसे पाकिस्तान से ऑर्डर मिलते हैं और पैसा सऊदी अरब के कट्टरपंथियों से। इसलिए मोदी और हिंदू उनके निशाने पर हैं।