उत्तर प्रदेश के रामपुर की अदालत ने अकरम, मुस्तकीम और साजिद को अनुसूचित जाति के मजदूरों पर खतरनाक हथियारों से हमला करने और उन्हें गंभीर चोटें पहुँचाने का दोषी ठहराया है।
1927 में मुस्लिमों ने एक हिन्दू शादी में बैंड बजाने पर बवाल कर दिया था। विद्यार्थी ने कुछ नेताओं के साथ मिल कर एक मस्जिद के सामने संगीत बजाकर इस मानसिकता का विरोध किया।
बदायूँ डबल मर्डर केस के पीड़ित दोनों बच्चों के पिता विनोद पुलिस की कार्यप्रणाली से परेशान हैं। उन्होंने अपनी बाइक फूँक दी और कथित तौर पर आत्मदाह की कोशिश की।
बदायूँ में दो सगे भाईयों की हत्या के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। इस रिपोर्ट में हत्यारों की जघन्यता के बारे में मृतक आयुष के शव से मिले निशान बहुत कुछ बयां कर रहे हैं।
वो सीरिया से आए, इंग्लैंड में बस गए। मासूम बच्ची को जाल में फंसाया, रेप करते रहे। 'हर बार बुलाने पर आना पड़ेगा, वर्ना जान से मार देंगे' जैसी धमकियाँ देते रहे।