गार्डन में एक बुर्के वाली लड़की के साथ बैठे लड़के को देख इस्लामी कट्टरपंथी भड़क गए। दावा किया जा रहा है कि लड़का हिंदू है जिससे भीड़ बार-बार आधार कार्ड दिखाने को कह रही थी।
कॉल पर गालियाँ भी दी जा रही हैं। गाँव से फोन कर के कहा गया कि पैसे देकर सुलह कर लो तो छोड़ दिया जाएगा। गाय उठा ले जाने की भी धमकी। मंदिर की करनी पड़ रही सुरक्षा।
किसी विदेशी मजहब को इस देश में रह कर मातृभूमि से ऊपर रखने की यही सोच है जो कट्टरपंथी और आतंकवाद के रूप में तब्दील होती जा रही है। कल को मौलाना साजिद रशीदी जैसे लोग ये भी कहेंगे कि स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देना इस्लाम में हराम है।