सब कुछ सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया। कुछ भी अचानक नहीं हुआ। हिंदुओं की संपत्ति को चुन-चुनकर निशाना बनाया गया। निर्मम तरीके से हत्या की गई। रूह कॅंपाने वाली चुनिंदा कहानियॉं ताकि सनद रहे उस कथित 'डरी हुई भीड़' की बर्बरता।
दिल्ली हिंसा के दौरान पुलिसकर्मी पर पिस्टल तानने वाले शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया गया है। UP की क्राइम ब्रांच टीम ने शाहरुख को उत्तर प्रदेश के बरेली से गिरफ्तार किया है।
प्रेम सिंह की तीन बेटियाँ हैं। बेटियों के सिर से पिता का साया उठ गया है। बच्चों के लिए दूध लाने के लिए निकले प्रेम दंगाइयों का शिकार हो गए और उनकी पत्नी इंतजार करती रह गई। पत्नी के आँसू नहीं रुक रहे। उनकी समझ में नहीं आ रहा कि वो तीनों बेटियों की परवरिश कैसे करेगी।
"अंबे एन्क्लेव चौहान मोहल्ला सोनिया विहार दिल्ली-110094 में अभी-अभी एक गरीब और कमजोर के घर को दंगाइयों ने आग के हवाले कर दिया। आखिर दिल्ली कब जलना बन्द होगी।" - यही वो फेक मैसेज था, जिसे AAP विधायक अमानतुल्लाह खान फैलाना चाह रहे थे लेकिन...
दिल्ली में नाले से तीन शव बरामद हुए हैं, जिसमें एक शव गोकुलपुरी नाले से, जबकि दो शव भागीरथी विहार के नाले से बरामद हुए हैं। इसी के साथ दिल्ली हिंसा में अब तक मरने वालों की संख्या 45 पहुँच गई है।
वीडियो में आप देख सकते हैं कि बड़े-बड़े कंटेनर्स हैं, जिसमें तेजाब, सल्फ्यूरिक एसिड, सल्फर वगैरह भरे हुए हैं। और 5000-5000 लीटर वाले तमाम कंटेनर के ऊपर लिखा गया है ‘गंगाजल’। इसी 'गंगाजल' को मुस्तफाबाद, चाँदबाग, करावल नगर और यमुना विहार जैसे हिंसाग्रस्त इलाके में भर-भर कर सप्लाई किया गया।
लाश बरामद होने के बाद से ही इलाके में सनसनी फैली गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस पड़ोस के लोगों से भी इस मामले के संबंध में पूछताछ कर रही है। फिलहाल शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है।
“मेरी बेटी गार्गी कॉलेज में पढ़ती है। वह 5 दिन से घर लौटकर नहीं आई है। अपनी दोस्त के साथ पीजी में रूकी हुई है। अगर यही माहौल रहा तो हम यहाँ नहीं रहेंगे, गाँव से जमीन बेचकर यहाँ आए थे, अब यहाँ से बेचकर कहीं और चले जाएँगे।”
दिल्ली में हुए हिंदू विरोधी दंगे कोई अकस्मात घटने वाली घटना नहीं थी, बल्कि यह एक पूर्व नियोजित और पूरी तैयारी के साथ रची गई साजिश थी। ताहिर हुसैन के घर के पास इतना ज्यादा पत्थर था कि उससे एक मंजिला मकान बन सकता है। यह बात नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने खुद...
“मैं वहाँ मौजूद नहीं था। मैं खुद अपने बच्चों और परिवार को बचाने की कोशिश कर रहा था। यह बहुत दुख की बात है कि उन्होंने (अंकित के माता-पिता) अपने बच्चे को खो दिया, लेकिन वे जो चाहें कह सकते हैं। मुझे इससे कोई लेना-देना नहीं है। ये आरोप झूठे हैं और इसके लिए मुझे फ्रेम करना गलत है।”