वो देखो थानेदार साहब, क्रांतिकारी लोग! जब साथियों को बचाने के लिए भगत सिंह ने लगाया दिमाग, मेले में लोगों को ‘जगाने’ पहुँचे थे भारत माँ के बेटे
भगत सिंह के पास अब कोई चारा नहीं था। उन्होंने जेब से पिस्तौल निकालकर जैसे ही हवा में दो-तीन फायर किए और पुलिसवाले जान बचाकर वहाँ से भाग लिए।