जिस USAID को लेकर भाजपा सांसद द्वारा सवाल खड़े किए गए हैं उस मुद्दे पर ऑपइंडिया भी लगातार रिपोर्ट कर रहा है। आप जॉर्ज सोरोस से लेकर कॉन्ग्रेस के सैम पित्रौदा का कनेक्शन इन रिपोर्टों में पढ़ सकते हैं।
इस्लामी आतंकी समूहों की मदद करने वाला ये संगठन दावा करता था कि ये विभिन्न देशों में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए कार्यक्रम चलाते हैं।
मृत शरीर के भी कुछ अधिकार होते हैं, सम्मानजनक अंतिम संस्कार के। दुर्भाग्य से, भारत देश में ये आतंकियों को तो सहज उपलब्ध है लेकिन बेचारे हिन्दुओं को नहीं।
कश्मीर से हिन्दुओं को भगा दिया गया, तो क्या उनकी संपत्तियाँ 'वक़्फ़ बाय यूजर' हो गईं? कल को मुर्शिदाबाद में भी यही होगा। सुप्रीम कोर्ट हिन्दुओं के मामले में क्यों माँगता है काग़ज़?