भारत की बात
भारतीय दर्शन, परम्परा और सभ्यता से जुड़ी बातें और विचार
समाज को बचाने के लिए वीर देते थे खुद का बलिदान, महान भारतीय परंपरा का बेंगलुरु में मिला साक्ष्य: बुरी शक्तियों को भगाने के...
13वीं और 14वीं शताब्दी में बेंगलुरु के वीर समाज को बुरी शक्तियों से बचाने के लिए खुद का बलिदान देते थे। इन बलिदानियों की मूर्तियाँ मिली हैं।
जिस ‘शंकराचार्य पर्वत’ को PM मोदी ने श्रीनगर में किया प्रणाम, उसे इस्लामी कट्टरपंथी बुलाते हैं ‘तख्त-ए-सुलेमान’ : नाम बदलकर हिंदू इतिहास मिटाने की...
कश्मीर में इस्लामी कट्टरपंथी शंकराचार्य पर्वत को तख्त-ए-सुलेमान कहते हैं। ऐसे ही अनंतनाग जिला उनके लिए इस्लामाबाद है।
PM मोदी ने समुद्र में जाकर देखी असली द्वारका, भगवान कृष्ण ने बसाया, सिन्धु घाटी सभ्यता से भी पुरानी है यह नगरी, जानें इसका...
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को धर्म नगरी द्वारका का दौरा किया । यहाँ पीएम मोदी ने भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की। समुद्र में डूबी यह नगरी 6000 से भी अधिक वर्ष पुरानी है।
राम जन्मभूमि से मुगलों को खदेड़ा, शुरू करवाई पूजा, करा रहे थे बाड़ेबंदी… जिस गर्भगृह के ‘अंगरक्षक’ थे राजा रणविजय सिंह, वहीं हुए बलिदान
भगवान राम से अत्यधिक प्रेम करने की वजह से राजा रणविजय सिंह ने गर्भगृह की रखवाली के लिए खुद को तैनात किया था। यहीं पर उन्होंने अंतिम साँस ली थी।
रानियों के काट डाले शीश, शिवलिंग पर निशान, कुएँ से निकले नरमुंड… जब राम जन्मभूमि को बचाने के लिए बाबर के बाद औरंगज़ेब से...
रानियाँ मुगल फ़ौज से बचने के लिए सोनारपुरवा में छिपी हुई थीं। यहाँ पहुँच कर औरंगज़ेब के हमराहों ने पहले इलाके को लूटा और फिर रानियों का उनके सेवकों सहित सिर काट डाला।
पाकिस्तानियों के कहने पर नेहरू हटवा रहे थे रामलला को, जिस ऑफिसर ने कॉन्ग्रेसी PM-CM दोनों को दिखाया ठेंगा… उन्हें रात में निकाल दिया...
पूर्व सेक्रेट्री राघवेंद्र सिंह ने बताया कि 1949 में रामलला की मूर्ति हटाने के लिए केंद्र ने यूपी सरकार को आदेश दिए थे।
जिस गाँव में पैदा हुए PM मोदी, वहाँ 2800 वर्ष पुरानी बस्ती: 8 साल खुदाई के बाद 1 लाख अवशेष बरामद: कार्बन डेटिंग से...
गुजरात के वडनगर में ईसा से 800 साल पहले के मानवों के रहने के सबूत मिले हैं। वडनगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गृहनगर है।
गुजरात में मकरसंक्रांति पर पटाखे क्यों? विवादित बाबरी ढाँचे और वाजपेयी-आडवाणी के कनेक्शन से कैसे हुई इसकी शुरुआत?
पूरे गुजरात में मकरसंक्रांति की संध्या को पटाखे फोड़े जाते हैं। दो पल को ऐसा लगता है कि समग्र गुजरात में दीवाली वापस आ गई है।
‘जब तक एक भी हिन्दू व्यक्ति जीवित है… तब तक रहेगी माता सीता की कथा’ – क्यों स्वामी विवेकानंद बनना चाहते थे गिलहरी?
“अपने महिमावान अतीत को मत भूलो। स्मरण करो... हम कौन हैं? किन महान पूर्वजों का रक्त हमारी नसों में प्रवाहित हो रहा है?” - स्वामी विवेकानंद
धर्म के लिए हुए बलिदान, मुगलों के सामने नहीं झुकने दी खालसा की शान: कहानी गुरु के उन साहिबजादों की जिनको समर्पित है ‘वीर...
आज 26 दिसंबर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के बाद से यह दिन वीर बाल दिवस के तौर पर मनाया जाता है। यह दिन समर्पित है गुरु गोविंद सिंह के चार साहिबजादों को।