हमारे बारे में

ऑपइंडिया समाचार और करंट अफेयर्स की एक वेबसाइट है, जो विभिन्न जगहों से आती ख़बरों पर नज़र रखते हुए, सामान्य रिपोर्ट्स से लेकर ओपिनियन, विश्लेषण और फ़ैक्ट चेक आदि प्रकाशित करती है।

भारत में राजनीति और मीडिया की बात करें तो इन दोनों क्षेत्रों को कुछ सबसे धूर्त लोगों ने अपनी जकड़ में क़ैद कर रखा है। लोकप्रिय नैरेटिव के नाम पर इनके एकतरफ़ा संवाद का फल पूरा समाज लगातार भुगत रहा है। इनकी आत्ममुग्धता से अलग सोच रखनेवालों को हमेशा ही नीचा दिखाने और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्मों पर अपने चेलों की फ़ौज छोड़कर उनकी आवाज़ को दबाने का काम ये करते रहे हैं। इसकी जड़ में समय के साथ तैयार हुई एक व्यवस्था है, जो कि एक ही तरह की सोच की उपज है जहाँ दूसरी विचारधारा को स्वयं ही गलत मान लिया जाता है। ऑपइंडिया इस व्यवस्था से मुक्त होने का एक प्रयास है।

जो सच है, वो हम कहेंगे, पोलिटिकली करेक्ट होने का चोला नहीं पहनेंगे। अगर नैरेटिव पर एक ही तरह के छद्मबुद्धिजीवी क़ब्ज़ा करने की कोशिश करेंगे, तो हम उनके दोमुँहेपन का जवाब देंगे। बात बस यही है कि एकतरफ़ा संवाद और एक ही तरह की विचारधारा के दिन लद चुके हैं, क्योंकि विविधता के देश में हर विचारधारा की अपनी मुखर पहचान बनी रहनी चाहिए।

हम उसी विविधता के साथ आप तक पहुँचने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी टीम में हर कोई पेशे से पत्रकार नहीं है, लेकिन ये वो लोग हैं जिन्हें राजनैतिक और सामाजिक मुद्दों की समझ है। हमसे कई और लोग भी जुड़े हुए हैं जो सोशल मीडिया पर अच्छा लिखते हैं और जिनकी बातों को एक बेहतर प्लेटफ़ॉर्म की ज़रूरत है।

कोर टीम:

ऑपइंडिया की शुरुआत दिसंबर 2014 में हुई। शिक्षाविद् कुणाल कमल के नेतृत्व में कुछ दोस्तों ने इसकी नींव डाली। शुरूआत अंग्रेज़ी पोर्टल से हुई। ट्विटर हैंडल @bwoyblunder (हैंडल अब सक्रिय नहीं है) वाले गौरव, और फेसबुक पेज ‘भक साला’ वाले राहुल को भी इस समूह में शामिल किया गया। बाद में टीम का विस्तार हुआ और आज दिल्ली समेत कई शहरों में हमारे एडिटर्स और स्टाफ़ रायटर्स हमारे जुड़े हुए हैं।

समय के साथ-साथ हमारी पहुँच और पहचान बढ़ती रही। इसी क्रम में हमें हिन्दी में पोर्टल शुरु करने की ज़रूरत महसूस हुई। हमारे पाठकों, ट्विटर फ़ॉलोवर्स एवम् शुभचिंतकों के लगातार मिलनेवाले सुझावों पर अमल करते हुए जनवरी 2019 से हमने इसी पोर्टल का हिन्दी संस्करण शुरु किया।

ऑपइंडिया (हिन्दी) के वर्तमान संपादक चंदन कुमार हैं जिनसे [email protected] पर सम्पर्क किया जा सकता है। उनके साथ डिप्टी-एडिटर की भूमिका में अजीत झा हैं जिनका पता [email protected] है।