राजनैतिक मुद्दे

प्रियंका गाँधी का ‘अहिंसा से मिली आज़ादी’ वाला झूठ: ये वायनाड के जनजातीय समाज का भी अपमान, आंबेडकर ने भी कहा था – अहिंसा से सब कुछ हासिल नहीं किया जा सकता

वायनाड में जनजातीय समाज के रमन नाम्बि का सिर काट कर उनके छोटे से बच्चे के सामने प्रदर्शित किया गया। उसी वायनाड में प्रियंका गाँधी कहती हैं कि अहिंसा से…

मुगलों को उसकी क्रूर सच्चाई के साथ पढ़ाएँ, अखंड भारत के महापराक्रमी नायकों का भी लिखें इतिहास: शत्रु और शौर्य का बोध जरूरी

NCERT द्वारा पाठ्य पुस्तकों से मुग़ल इतिहास का ग़ायब किया जाना चर्चा का विषय है। 'काम'पंथी नेता, एक्टिविस्ट और तथाकथित पत्रकारों की जमात...

रामनवमी हिंसा के बाद बिहार में बह रही इफ्तारी बयार, ‘तुष्टिकरण’ की नैया के खेवैया बने नीतीश कुमार

बिहार में इफ्तार पार्टी का मौसम है। राजनीतिक दल अपने खुद को मुस्लिमों के सबसे करीबी दिखाने की कोशिश में इसका आयोजन कर रहे हैं।

जिन ‘बेधड़क आवाजों’ ने बिहार की ढुलमुल व्यवस्था को कर रखा था नंगा, बिहारशरीफ-सासाराम की जमीन से वे गायब क्यों

जो लोग ग्राउंड जीरो पर जाकर सब कुछ सामने ला देते थे, वे बिहारशरीफ और सासाराम की जमीन पर रिपोर्टिंग करते क्यों नहीं दिख रहे?

कब तक उस बिहार की दी जाती रहेगी दुहाई जिसे आज के बिहारी ने देखा ही नहीं, यूँ ही नहीं स्थापना दिवस पर बंद और अलग राज्य की हुई इतनी चर्चा

यह बिहार के नेतृत्व की भविष्य को लेकर शून्यता ही है कि बिहार दिवस पर भी चर्चा बिहार बंद और अलग मिथिला राज्य जैसे अभियानों की रही।

कौन खा गए बिहार के गाँव-गाँव के रोजगार, कारीगरों को मजदूर बनाने में किसका फायदा: कॉन्ग्रेस+लालू+नीतीश की कोख से उपजा है ये पलायन

तमिलनाडु में कथित हिंसा के दावों ने बिहार से पलायन की मजबूरी को फिर से चर्चा में ला दिया है। आखिर इसका उपचार क्या है?

G20 के 10 देशों में प्रवास, भारतीय संस्कृति-दर्शन से कराया परिचित: विदेश से आकर माँ भारती की सेवा में लगे स्वामी विवेकानंद के कई शिष्य, आज़ादी में भी भूमिका

स्वामीजी के अनुयायी भारत में आकर भारतीय हो गए। न कोई सेवा के नाम पर धर्मांतरण का छलावा न कोई मान-सम्मान की चाहत। उन्होंने निस्वार्थ भाव से माँ भारती की…

‘एक मोहल्ला, एक होलिका’ का ज्ञान देने वाले ईद पर ‘एक मोहल्ला, एक बकरा’ वाली सलाह देंगे? – हिन्दू त्योहारों पर ज्ञान बाँचने का चलन फिर शुरू, लिबरल गिरोह एक्टिव

मीडिया, बुद्धिजीवियों और सेलेब्रिटीज का एक गठबंधन हिन्दू त्योहारों पर ज्ञान देने में माहिर है। क्या ये कभी कहते हैं कि ईद पर खून-खराबा मत करो।