राजनैतिक मुद्दे

रामनवमी हिंसा के बाद बिहार में बह रही इफ्तारी बयार, ‘तुष्टिकरण’ की नैया के खेवैया बने नीतीश कुमार

बिहार में इफ्तार पार्टी का मौसम है। राजनीतिक दल अपने खुद को मुस्लिमों के सबसे करीबी दिखाने की कोशिश में इसका आयोजन कर रहे हैं।

जिन ‘बेधड़क आवाजों’ ने बिहार की ढुलमुल व्यवस्था को कर रखा था नंगा, बिहारशरीफ-सासाराम की जमीन से वे गायब क्यों

जो लोग ग्राउंड जीरो पर जाकर सब कुछ सामने ला देते थे, वे बिहारशरीफ और सासाराम की जमीन पर रिपोर्टिंग करते क्यों नहीं दिख रहे?

कब तक उस बिहार की दी जाती रहेगी दुहाई जिसे आज के बिहारी ने देखा ही नहीं, यूँ ही नहीं स्थापना दिवस पर बंद और अलग राज्य की हुई इतनी चर्चा

यह बिहार के नेतृत्व की भविष्य को लेकर शून्यता ही है कि बिहार दिवस पर भी चर्चा बिहार बंद और अलग मिथिला राज्य जैसे अभियानों की रही।

कौन खा गए बिहार के गाँव-गाँव के रोजगार, कारीगरों को मजदूर बनाने में किसका फायदा: कॉन्ग्रेस+लालू+नीतीश की कोख से उपजा है ये पलायन

तमिलनाडु में कथित हिंसा के दावों ने बिहार से पलायन की मजबूरी को फिर से चर्चा में ला दिया है। आखिर इसका उपचार क्या है?

G20 के 10 देशों में प्रवास, भारतीय संस्कृति-दर्शन से कराया परिचित: विदेश से आकर माँ भारती की सेवा में लगे स्वामी विवेकानंद के कई शिष्य, आज़ादी में भी भूमिका

स्वामीजी के अनुयायी भारत में आकर भारतीय हो गए। न कोई सेवा के नाम पर धर्मांतरण का छलावा न कोई मान-सम्मान की चाहत। उन्होंने निस्वार्थ भाव से माँ भारती की…

‘एक मोहल्ला, एक होलिका’ का ज्ञान देने वाले ईद पर ‘एक मोहल्ला, एक बकरा’ वाली सलाह देंगे? – हिन्दू त्योहारों पर ज्ञान बाँचने का चलन फिर शुरू, लिबरल गिरोह एक्टिव

मीडिया, बुद्धिजीवियों और सेलेब्रिटीज का एक गठबंधन हिन्दू त्योहारों पर ज्ञान देने में माहिर है। क्या ये कभी कहते हैं कि ईद पर खून-खराबा मत करो।

भ्रष्टाचारी लालू यादव, करोड़ों की कमाई… AAP ने 10 साल पहले जिसे किया टारगेट, मनीष सिसोदिया को बचाने के लिए अब वही ‘ईमानदार’

अरविंद केजरीवाल सहित 9 दलों के नेताओं ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है और मनीष सिसोदिया पर कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है।

मोदी विरोधी एकता की अधूरी रह गई कहानी, अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ेंगी ममता बनर्जी: क्षेत्रीय क्षत्रपों की महत्वाकांक्षा से BJP की 2024 की राह और आसान

ममता बनर्जी ने ऐलान कर दिया कि टीएमसी 2024 के लोकसभा चुनावों में अकेले लड़ेगी। भाजपा को हराने के लिए विपक्षी एकता की संभावना खत्म हो गई।

तीस्ता सीतलवाड़, प्रतीक सिन्हा का बाप, राना अय्यूब… दंगों के बाद ‘धंधा’ कर लाशों पर बनाया करियर: गोधरा में ज़िंदा जलाए गए थे 59 रामभक्त

वैज्ञानिक से वकील और तथाकथित कार्यकर्ता से राजनेता बने मुकुल सिन्हा और उनकी पत्नी ने अपना पूरा राजनीतिक करियर गुजरात दंगों में मारे गए लोगों की लाशों पर बनाया है।