पंजाब के मोहाली में सोमवार को हुए पुलिस इंटेलीजेंस के हेडक्वार्टर्स पर किए गए धमाके के बाद मंगलवार को भी मीडिया ने खबर चलाई कि 24 घंटे के अंदर दूसरी बार हुए विस्फोट हुआ है। हालाँकि, अब इन खबरों को खारिज किया जा रहा है। इसके साथ ही पंजाब पुलिस द्वारा गलत न्यूज चलाने वाले मीडिया चैनलों के खिलाफ कार्रवाई की भी बात कही गई है।
रिपब्लिक टीवी ने दावा किया क, दूसरे धमाके बाद एनआईए और सेना की टीम मौके पर पहुँच गई है। इसमें यह भी बताया गया है कि इस खबर की पुष्टि अभी तक पंजाब के पुलिस अधिकारियों ने नहीं की है।
इसी तरह के आज तक ने बकायदा इसे ब्रेकिंग बताकर चलाया था।
हालाँकि, मोहाली के एसएसपी विवेक सोनी ने दूसरे ब्लास्ट से इनकार किया है। इसी तरह से मानव यादव नाम के पत्रकार ने ट्वीट किया, “मोहाली में दूसरे ब्लास्ट की खबर को पंजाब पुलिस ने गलत बताया है और ऐतराज जताया है।”
गौरतलब है कि इससे पहले सोमवार को मोहाली के सेक्टर 77 में पंजाब पुलिस की इंटेलीजेंस विंग की हाई सिक्योरिटी वाली बिल्डिंग में आरपीजी (रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड) से हमला किया गया था। हालाँकि, अच्छी बात ये रही कि इसमें धमाका ही नहीं हुआ, जिससे किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ। ग्रेनेड इमारत की तीसरी मंजिल पर गिरा। इससे काँच के दरवाजे जरूर टूट गए थे। यह हमला पंजाब हरियाणा के करनाल में आईईडी के साथ चार संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी के तीन दिन बाद ही हुआ है। इस मामले में 6 संदिग्धों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
क्या होता है आरपीजी
आरपीजी रॉकेट की तर्ज पर काम करने वाले विस्फोटक होता है। इसे कंधे पर रखकर भी दागा जा सकता है। इसमें मोटर लगे होते हैं और जैसे ही इसे दागा जाता है तो इसके विंग खुल जाते हैं और ये हवा में अपने टार्गेट की ओर तेजी से आगे बढ़ता है। आरपीजी को एँटी टैंक हथियार भी माना जाता है।