बाबा रामदेव के पतंजलि में 83 कोविड संक्रमितों की खबर फर्जी, कोरोनिल पर NDTV की पत्रकार ने उड़ाई थी खिल्ली

योग गुरु बाबा रामदेव (फाइल फोटो)

गुरुवार (22 अप्रैल) को कई बड़ी मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा संचालित पतंजलि संस्थान में 83 व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। इसके बाद वामपंथी और लिबरल गैंग ने बाबा रामदेव और उनके प्रसिद्ध उत्पाद कोरोनिल को निशाने पर लेना प्रारंभ कर दिया।

HW न्यूज नेटवर्क ने रिपोर्ट दी कि बाबा रामदेव के द्वारा संचालित पतंजलि संस्थान में 83 स्टाफ सदस्य कोरोनावायरस से संक्रमित हुए हैं। HW के द्वारा यह बताया गया कि संक्रमितों में से 46 पतंजलि योग पीठ, 9 अचार्याकुलम और 28 योग ग्राम में काम करते हैं। HW ने यह भी बताया कि संक्रमितों को हरिद्वार के पतंजलि परिसर में ही आइसोलेट किया गया है और बाबा रामदेव का भी टेस्ट किया जा सकता है।

HW News Network की खबर का स्क्रीनशॉट

ऐसी ही खबर News18 के हिन्दी संस्करण द्वारा चलाई गई। News18 की रिपोर्ट में हरिद्वार के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शंभू झा के हवाले से खबर दी गई कि 10 अप्रैल को 83 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हुए हैं।

News18 की खबर का स्क्रीनशॉट

बाबा रामदेव ने पतंजलि में 83 लोगों के कोरोना संक्रमित होने की खबरों को गलत बताया :

मीडिया में पतंजलि के 83 लोगों के संक्रमित होने की खबरों को निराधार बताते हुए बाबा रामदेव ने 23 अप्रैल को ट्विटर के माध्यम से बताया कि पतंजलि में कोई भी Covid-19 से संक्रमित मरीज नहीं है। उन्होंने बताया कि IPD में कुछ नए मरीज और अचार्याकुलम में प्रवेश लेने के लिए नए छात्र आए थे। पतंजलि में उनका टेस्ट किया गया जिनमें से 14 लोग संक्रमित निकले जिन्हें मुख्य परिसर से बाहर ही रखा गया।

https://twitter.com/yogrishiramdev/status/1385592415491301376?ref_src=twsrc%5Etfw

बाबा रामदेव ने आगे कहा कि कोरोना वायरस संक्रमितों के विषय में जो बताया गया उसके अतिरिक्त सभी दावे अफवाह मात्र हैं। उन्होंने कहा कि वह रोजाना सुबह 5 से 10 बजे तक स्वास्थ्य और योग से जुड़े लाइव कार्यक्रम करते हैं। IPD, पतंजलि आयुर्वेद अस्पताल का एक हिस्सा है जो पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज के साथ बना हुआ है।

वामपंथी और लिबरल गिरोह ने बाबा रामदेव और कोरोनिल को लिया निशाने पर :

पतंजलि में 83 लोगों के कोरोनावायरस से संक्रमित होने की भ्रामक खबर सुनते ही कई प्रोपेगेंडाबाज ट्विटर पर जश्न मनाने पहुँच गए। इन वामपंथी, लिबरलों ने न केवल बाबा रामदेव को अपितु उनकी हर्बल दवा कोरोनिल को भी आड़े हाथों लेते हुए जमकर प्रोपेगेंडा फैलाया।

वामपंथी और प्रोपेगंडा फैलाने के लिए प्रसिद्ध चैनल एनडीटीवी की पत्रकार गार्गी रावत ने लिखा, “ओह नो, कोरोनिल वगैरह के बाद भी संक्रमित? क्या यह आपको सही में सुरक्षित नहीं रखती?” 

एनडीटीवी की पत्रकार गार्गी रावत के ट्वीट का स्क्रीनशॉट

टाइम्स नाउ के पत्रकार निकुंज गर्ग ने भी लिखा, “इनका ईलाज कोरोनिल से किया जाना चाहिए।“

पत्रकार निकुंज गर्ग के ट्वीट का स्क्रीनशॉट

कॉन्ग्रेस से शिवसेना में पहुँची पैराशूट नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “आशा है कि सभी सुरक्षित होंगे और अब पतंजलि को तुरंत ही कोविड की दवा के रूप में कोरोनिल को बेचना बंद कर देना चाहिए।“

शिवसेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी के ट्वीट का स्क्रीनशॉट

इसके अलावा रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह और पत्रकार तबीना अंजुम ने भी इस झूठी खबर पर ट्वीट किया।

मात्र 14 लोगों के संक्रमित होने की खबर आने के बाद भी किसी ने कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया और न ही माफी माँगी। इससे तो यह स्पष्ट हो गया है कि वामपंथी और लिबरल गिरोह हमेशा ही बाबा रामदेव जैसे व्यक्ति और उनकी स्वदेशी आयुर्वेद तकनीकि और दवाओं का मजाक उड़ाता रहेगा। इन राजनैतिक गिद्धों के लिए स्वदेशी गौरव से संबंधित कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है, बजाय इनकी राजनैतिक और प्रोपेगेंडाबाजी महत्वाकांक्षाओं के।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया