‘कोई मारपीट नहीं हुई, हमारा खून ज़्यादा गर्म’: जिन कश्मीरियों के सामान फेंके जाने की खबर चला रहा मीडिया, उन्होंने कैमरे पर कबूला – UP पुलिस करती है सपोर्ट

ऑपइंडिया के कैमरे के सामने कश्मीरियों ने कबूला कि उनके साथ कोई मारपीट नहीं हुई है

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में ड्राई फ्रूट्स बेचने वाले कश्मीरियों के साथ कथित मारपीट करने और उनका सामान फेंकने की फर्जी खबरें गुरुवार (2 फरवरी, 2023) को कई मीडिया संस्थानों ने चलाई थी। वहीं इनके सपोर्ट में कई सोशल मीडिया यूजर्स ने भी ट्वीट कर प्रोपेगेंडा चलाने की कोशिश की थी। लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने हालाँकि पहले ही सामान फेंके जाने जाने की बात का खंडन कर दिया है। ऑपइंडिया की टीम ने भी जब ग्राउंड जीरो पर जाकर पड़ताल की तो पता लगा कि कश्मीरियों ने झूठ फैलाया था। 

घटना को लेकर मोहम्मद नदीम सिद्दीकी ने 2 फरवरी, 2023 को ट्वीट किया था। इसमें एक मुस्लिम युवक कहता है, “हम पुल पर अपना माल बेच रहे थे और इतने में नगर निगम वाले आए और पुल पर माल को न बेचने के लिए कहने लगे। फिर कुछ युवक गाड़ी से आए और सामान उठाकर नीचे फेंक दिया। वे हमें गाली देने लगे। फिर हमने पुलिस को फोन किया और वे मौके पर पहुँचे।”

वहीं लखनऊ पुलिस ने सामान फेंके जाने का खंडन किया था। पुलिस ने ट्वीट कर कहा, “जब हमने मामले की जाँच की तो पता चला कि जनसंपर्क अनुभाग स्मारक समिति एलडीए के सुपरवाइजर दीपक सिंह 1090 चौराहे के पास मौजूद पुल पर साज-सज्जा के लिए साफ सफाई करवा रहे थे। इसी क्रम में ड्राइफ्रूट बेचने वाले को वहाँ से हटने के लिए कहा। इसका उन्होंने विरोध किया। वहीं ड्राइ फ्रूट फेंके जाने के संबंध में कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं हो रहे हैं।”

वहीं ऑपइंडिया ने LDA (लखनऊ विकास प्राधिकरण) के अधिशाषी अभियंता (एग्जीक्यूटिव इंजिनियर) राज कुमार से बात की। उन्होंने कहा, “G 20 सम्मेलन आयोजित होने से पहले हम दिन रात एक कर के काम कर रहे हैं। ऐसे में कुछ लोग हैं जो इस प्रकार की आधारहीन बातें कर के गलत माहौल पैदा करना चाहते हैं। कश्मीरियों या किसी के भी साथ किसी भी LDA स्टाफ ने गलत हरकत नहीं की है।”

दूसरी ओर इतने बवाल के बाद शनिवार (4 फरवरी 2023) को भी कश्मीरी फिर से वहाँ ड्राई फ्रूट बेचते नजर आए। कल तक जो कश्मीरी रो-रो कर मीडिया से बात कर रहे थे, शनिवार को जब ऑपइंडिया ने उनसे बात की तो मेहराब नाम के कश्मीरी ने कहा, “मारपीट का कोई मसला नहीं है। हम कश्मीरी हैं। हमारा खून ज्यादा गर्म है। हम बर्दाश्त नहीं कर पाते। वरना हमें कोई कुछ नहीं कहेगा।” वहीं वह आगे कहता है कि पुलिस का सपोर्ट हमें यहाँ खूब मिलता है।

उसने कहा कि पुलिस वाले हमारी यहाँ इज्जत करते हैं। वहीं कुलगाम के सोहेल ने भी दावा किया कि मारपीट की कोई घटना नहीं हुई है। वह दावा करता है कि केवल सामान उठाकर फेंका गया है। 

राहुल पाण्डेय: धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।