पहले 3 करोड़ लोगों के वैक्सीनेशन का खर्च उठाएगी केंद्र सरकार, ₹200 में मिलेगी कोवीशील्ड; पीएम मोदी ने की मुख्यमंत्रियों संग बैठक

टीकाकरण अभियान को लेकर पीएम मोदी की मुख्‍यमंत्रियों के साथ बैठक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सप्ताह 16 जनवरी से शुरू होने वाले COVID-19 टीकाकरण अभियान योजना की समीक्षा करने के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं।

https://twitter.com/narendramodi/status/1348591718388568066?ref_src=twsrc%5Etfw

भारतीय दवा महानियंत्रक यानी (DCGI) ने देश में 2 वैक्‍सीन को आपात इस्तेमाल के लिए अधिकृत किया है, जिसके बाद प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों के साथ यह पहली बैठक हो रही है। DCGI ने सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड (Covishield) और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) के आपात इस्‍तेमाल को मंजूरी दी है।

पीएम मोदी ने आज की बैठक में कहा कि इनके अलावा चार और वैक्सीन पर भी काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि इस टीकाकरण में कई विदेशी ताकतें लोगों को गुमराह करने का प्रयास करेंगी, लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी तरह के ‘इफ़ या बट’ की गुंजाइश ना रहे और टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक सम्पन्न हो।

पीएम मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि यह वैक्सीन स्वदेशी हैं और अगर हमें यह बाहर के किसी देश से मंगानी होतीं तो यह समस्या और बड़ी हो सकती थी।

कोविड -19 टीकाकरण अभियान का पहला चरण 16 जनवरी तक हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और बुजुर्गों के साथ शुरू होने की उम्मीद है। मुख्यमंत्रियों के साथ आयोजित की जा रही इस बैठक का उद्देश्य केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय की समीक्षा करना है और टीकाकरण अभियान के कुशल प्रबंधन को सुनिश्चित करना है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले चरण में 3 करोड़ लोगों का टीकाकरण होगा। शुरुआत की व्‍यवस्‍था ‘इन हाउस’ है। इस व्‍यवस्‍था में वे लोग है जो करोना के खिलाफ लड़ाई में शामिल हैं। बैठक में, गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल हैं। मीटिंग में मौजूद समस्त लोग सोशल मीडिया पर टीकाकरण को लेकर अफवाह फैलाने वाले और एंटी-वैक्सीन अभियान के प्रति उठाए जाने वाले तरीकों पर भी चर्चा करेंगे।

टीकाकरण अभियान के पहले चरण में प्राथमिकता समूह वाले तीन करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। इनमें एक करोड़ डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्यकर्मी और कोरोना महामारी के खिलाफ आगे रहने वाले दो करोड़ सुरक्षाकर्मी, सफाईकर्मी और नगर निगम इत्यादि के कर्मचारी शामिल हैं।

इसके बाद, उन 27 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जाएगी, जिन्‍हें कोरोना संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा है। इनमें वे लोग शामिल हैं, जिनकी उम्र 50 साल से अधिक है या जो पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। सरकार का कहना है कि ऑनलाइन प्लेटफार्म ‘को-विन’ कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान का आधार साबित होगा।

वहीं एक अन्य खबर में यह जानकारी सामने आई है कि कोरोना का यह एक टीका 200 रुपए में उपलब्ध होगा। यह जानकारी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के अधिकारियों द्वारा दी गई है।सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को भारत सरकार ने खरीद का ऑर्डर भेज दिया है।

https://twitter.com/ANI/status/1348586984709652480?ref_src=twsrc%5Etfw
ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया