बजट में हुई MEME आयोग के लिए विशेष फंड की घोषणा

'मेमे आयोग' अब सपना नहीं हक़ीक़त। बजट में 'एक मेमे श्रेष्ठ मेमे' की घोषणा। पत्रकारों में शोक।

आज के बजट में हुई एक के बाद एक घोषणाओं से अगर आप नाराज़ हैं तो ये ख़बर पढ़ लीजिए मित्रों। देश में युवाओं के MEME (जिसे मीम कहते हैं) के प्रति रूचि को देखते हुए अलग से MEME आयोग बनाने की घोषणा कर डाली है। मोदी जी का कहना है कि अब देश का युवा PUBG तो खेलेगा ही साथ में सरकारी MEME आयोग में रेजिस्ट्रेशन करवा कर आधिकारिक रूप से MEME बना और देख भी सकेगा। मोदी जी ने स्पष्ट किया कि इसके लिए मित्रों को आधार की जरूरत नहीं पड़ेगी।

उभरते हुए कहानीकार वामपंथी लम्पट समुदाय में आज बजट के बाद एक निराशा की लहर देखी गई है, क्योंकि लोगों का मानना है कि आज के इस अंतरिम बजट से मोदी जी ने लहरिया लूटकर मामला एकदम इकतरफ़ा कर दिया है।

आइए देखते हैं क्या रही बजट के दौरान नेताओं और जनता की प्रतिक्रिया:

पीयूष गोयल कैबिनेट द्वारा अंतरिम बजट स्वीकार कर लिए जाने के बाद एकदम जोश में दिखे।
लेकिन अंतरिम बजट भाषण शुरू होते ही राहुल गाँधी मानो सोच रहे हों कि
फ़िक्र-ए-आशियाँ, हर ख़िज़ाँ में की, आशियाँ जला हर बहार में
राष्ट्रीय कामधेनु आयोग का एलान करते ही गौ-भक्त पीयूष गोयल साहब शरमा ही गए, जबकि योगी जी सब देख रहे हैं।
अपने बजट भाषण के दौरान पीयूष गोयल ने कहा, “हमारी सेना हमारा सम्मान है” और मोदी जी मेज थपथपाने से खुद को रोक नहीं पाए। उन्होंने कहा, “एक ही तो लहरिया है गोयल जी, कितनी बार लूटोगे?”
इस पूरे भाषण के दौरान एक शख्सियत है जो शान्ति से भाषण सुनती रही, खोज सको तो खोज लो।
5 लाख रुपए सालाना आय वालों को टैक्स राहत देने की बात सुनते ही खड़गे साहब की नींद टूटी और शायद कहने लगे “यो गई भैंस पानी में
इस घोषणा के बाद संसद में ‘मोदी-मोदी’ के नारों से सांसदों ने हल्ला ही काट दिया, इसी बात पर फूट-फूट कर हँस पड़े मोदी जी।
संसद के इस ”लाइट मोड” पर आदरणीय स्पीकर मैम भी मुस्कुरा पड़ीं।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बजट के बाद इस बात की ही निंदा कर डाली कि ये बजट इतना शानदार है कि उन्हें कहीं भी कड़ी निंदा करने का मौका नहीं मिला।
बजट पर चिंता व्यक्त करते हुए जातिवाचक पत्रकार।

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