‘जो पागलपन हम आज देख रहे हैं, उसकी भविष्यवाणी हिंदू धर्म ने हजारों साल पहले की थी’: पॉडकास्टर रोगन ने कहा- हम संघर्षों के युग कलियुग में हैं

मशहूर पॉडकास्टर जो रोगन (साभार: एनपीआर)

विश्व के सबसे लोकप्रिय पॉडकास्टरों में से एक जो रोगन ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट किया है, जिसके जरिए उन्होंने ‘कलियुग’ और हिंदू धर्म को लेकर बात की है। इसमें उन्होंने राजनीतिक अस्थिरता और महामारी संकट के वर्तमान दौर का वर्णन किया है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि वर्तमान में हम जो ‘पागलपन’ देख रहे हैं, वह कभी न खत्म होने वाली प्रक्रिया है।

जो रोगन ने एक मशहूर मीम शेयर किया है, जिसमें बताया गया है कि शक्तिशाली लोग अच्छा समय लाते हैं और अच्छा समय लोगों को शक्तिहीन बनाता है। फिर कमजोर इंसान कठिन समय लाता है और फिर कठिन वक्त मजबूत लोगों को लाता है। उनका यह मीम पॉलिटिकल कम्पास के प्रारूप को दर्शाने वाला है।

इस मीम को शेयर करते हुए रोगन ने इंस्टाग्राम पर कहा, “हम कलियुग में हैं। संघर्ष का युग। जिस तरह की अराजकता हम आज देख रहे हैं, हिंदू धर्म में हजारों साल पहले ही उसकी घोषणा कर दी गई थी। सभ्यताएँ पहले से अनुमानित चक्रों में चलती हैं, और हम चार्ट के नीचे बाईं तरफ हैं।”

जो रोगन की इंस्टाग्राम पोस्ट का स्क्रीनशॉट

रोगन ने कहा, “अपने आसपास की दुनिया में चारों तरफ फैले पागलपन से अपने आपको ऊपर उठाने की पूरी कोशिश करें, लेकिन यह समझें कि यह पागलपन एक अनंत प्रक्रिया का हिस्सा है।”

संयुक्त राज्य में राजनीतिक ध्रुवीकरण विनाशकारी स्थिति में पहुँच गया है और पॉडकास्ट होस्ट ने खुद को अनिच्छा से ही सही इसमें सदा उलझा हुआ ही पाया है। गौरतलब है कि जो रोगन Spotify पर एक पॉडकास्ट को होस्ट करते हैं, जो कि अपने प्रत्येक एपिसोड में लाखों लोगों के द्वारा सुना जाता है। पिछले साल अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान रोगन ने राष्ट्रपति के पद के लिए बर्नी सैंडर्स का समर्थन किया था। उन्हें वामपंथियों द्वारा ‘फार राइट ट्रांसफोब’ कहा गया था।

हाल ही में जो रोगन ने खुलासा किया था कि उन्होंने ‘आईवरमेक्टिन’ लिया था, जिसके बाद वहाँ की मेनस्ट्रीम मीडिया ने उन पर ‘हॉर्स डीवर्मर’ दवा का सेवन करने का झूठा आरोप लगाया था। काइल रिटनहाउस मुकदमे के दौरान रोगन ने मेनस्ट्रीम मीडिया पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया था। एलेक्स जोन्स का दोस्त होने के कारण भी वामपंथियों ने उनकी कड़ी आलोचना की थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया