हस्तमैथुन, अप्राकृतिक सेक्स, लिंग, शराब, नग्नता: अक्षय कुमार की OMG-2 को सेंसर बोर्ड ने दिया ‘A’ सर्टिफिकेट, 27 बड़े बदलाव के बाद मिली रिलीज की हरी झंडी

OMG-2 में अक्षय कुमार (साभार: सोशल मीडिया)

हिंदुओं के भगवान पर आधारित विवादास्पद फिल्म ओ माई गॉड-2 (OMG-2) को सेंसर बोर्ड ने पास कर दिया है। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने इसे ‘A’ सर्टिफिकेट दिया है। ये प्रमाण पत्र तक फिल्म में 27 बदलावों के बाद दिए गए हैं। इसके अलावा भी कई सीन को बदला गया है।

गौरतलब है कि अक्षय कुमार और यामी गौतम की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म का टीजर और कई गाने रिलीज हो चुके हैं। हालाँकि, इसका ट्रेलर जारी नहीं किया गया था, क्योंकि सेंसर बोर्ड से इसे हरी झंडी नहीं मिली थी। अब कई सीन में बदलाव कर दिया गया है तो फिल्म भी जल्द ही रिलीज होगी।

इसका ट्रेलर आज 2 अगस्त 2023 को रिलीज किया जाएगा। अक्षय कुमार ने फिल्म का एक वीडियो शेयर करते हुए इंस्टग्राम पर इसकी जानकारी दी। साझा किए गए वीडियो में अक्षय कहते हैं- ‘रख विश्वास, तू है शिव का दास’। इसमें वह तांडव करते हुए भी दिखाई दे रहे हैं। 11 अगस्त को रिलीज होने वाली इस फिल्म की एडवांस बुकिंग शुरू हो गई है।

फिल्म में जो बदलाव किए गए हैं, उसको लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि अक्षय कुमार पहले फिल्म में शिव बने थे। अब उनके किरदार को बदल दिया गया है और वे अब शिव के दूत और भक्त नजर आएँगे। इसमें ‘नंदी मेरे भक्त… जो आज्ञा मेरे प्रभु’ डायलॉग को जोड़ा गया है। इसके साथ ही शिवजी के दूत को नशे में होने के विजुअल को भी बदला गया है।

इसके अलावा, नगा साधुओं की नग्नता को भी हटा दिया गया है। उसकी जगह साधुओं को दिखाया गया है। इसके अलावा, एक विज्ञापन बोर्ड से कॉन्डोम का ऐड हटाया गया है। फिल्म में बोले गए शिवजी के लिंग को शिवलिंग या शिवरूप से बदला गया है। फिल्म में ‘मैं टाँग क्यों उठाऊँ’ डायलॉग को भी बदला गया है।

फिल्म में महिलाओं को लेकर मंदिर से की जा रही घोषणा ‘भगवान को भक्ति महिलाएँ नहीं देख सकतीं’ को बदलकर ‘ओ लाल शर्ट वाले भईया… बाबा का ध्यान करते रहें’ करने को कहा गया है। फिल्म में जहाँ-हाँ ‘सवोदय’ लिखा हुआ है, उसे भी बदलने को कहा गया है। प्रसाद के रूप में ‘अल्कोहल… व्हिस्की, रम’ चढ़ने की बात को ‘वहाँ मदिरा चढ़े हैं’ किया गया है।

फिल्म में सेक्स वर्कर द्वारा अप्राकृतिक सेक्स करते हुए दिखाई गईं कलाकृतियों के सामने किए जा रहे प्रश्न को भी बदलने के लिए कहा गया है। ‘स्त्री की योनि हवन कुंड है’ जैसे डायलॉग को भी हटाया गया है। एक डॉक्टर द्वारा हस्तमैथुन के बारे में की जा रही बात को भी बदलने के लिए कहा गया है।

एक लड़के द्वारा किए जा रहे हस्तमैथुन में भी बदलाव किया गया है। कोर्ट में जज को सेल्फी लेते हुए दिखाने और हराम शब्द को पाप से बदलने के लिए भी कहा गया है। इस तरह फिल्म में कुल 27 बड़े बदलाव किए गए हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया