सुशांत का चेहरा बताता था कि वह एक मासूम, संजीदा और बेहतर इंसान थे: बॉम्बे हाईकोर्ट

दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत पर बॉम्बे हाईकोर्ट की टिप्पणी

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े मामले की सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा कि सुशांत एक मासूम, संजीदा और अच्छे इंसान थे। सुशांत सिंह की बहनों (प्रियंका सिंह और मीतू सिंह) द्वारा दायर की गई याचिका की सुनवाई करने वाली पीठ के मुखिया न्यायाधीश जेजे शिंदे ने यह टिप्पणी की

बॉलीवुड अभिनेता की बहनों ने यह याचिका उन पर दर्ज किए गए मामले ख़त्म करने के लिए दायर की थी, जिसके आधार पर उन पर सुशांत के अवसाद सम्बंधी मेडिकल प्रिस्क्रिप्शन (medical prescription) में छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। यह एफ़आईआर सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती ने बांद्रा पुलिस थाने में दर्ज कराई थी, जिसमें दिल्ली स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टर तरुण कुमार का नाम भी शामिल था। 

इस मामले पर फैसला सुरक्षित रखते हुए न्यायाधीश शिंदे ने फिल्म “एमएस धोनी- अनटोल्ड स्टोरी” में सुशांत सिंह के काम की सराहना की। साथ ही यह भी कहा कि कोई भी उनके चेहरे से अंदाज़ा लगा सकता था कि वह (सुशांत सिंह) एक अच्छे इंसान थे। न्यायाधीश शिंदे ने अपनी पूरी टिप्पणी में कहा, “मामला कुछ भी हो, सुशांत सिंह का चेहरा देख कर कोई भी यह अंदाजा लगा सकता था कि वह मासूम, संजीदा और एक बेहतर इंसान थे। उन्हें सभी पसंद करते थे ख़ास तौर पर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान की बायोपिक में।”   

गौरतलब है कि रिया चक्रवर्ती ये आरोप लगाती रही हैं कि सुशांत सिंह अवसाद विरोधी उपचार (anti-depressant medication) लेते थे। रिया चक्रवर्ती का दावा था कि बॉलीवुड अभिनेता की बहनों ने दिल्ली के डॉक्टर से दवाइयाँ ली थी और वही दवाइयाँ अपने भाई को देती थीं। इसके आधार पर रिया चक्रवर्ती ने आरोप लगाया था कि सुशांत की मौत का कारण ‘ड्रग्स, नशीले पदार्थ और दवाइयों का खतरनाक कॉकटेल’ हो सकता है। 

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में रिया चक्रवर्ती आरोपित हैं, अभिनेता के पिता ने रिया चक्रवर्ती और उसके परिजनों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया था। महाराष्ट्र सरकार द्वारा किए गए लंबे राजनीतिक ड्रामे के बाद सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर मामले की जाँच सीबीआई को सौंप दी गई थी। इसके आधार पर सुशांत सिंह राजपूत की बहनों पर दर्ज किए गए मामले की जाँच भी सीबीआई को सौंपी गई है।   

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया